पंजाब में 5 नगर निगमों और 41 नगर परिषद व पंचायतों के लिए वोटिंग शुरू हो चुकी है। मतदान सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक होगा। नतीजे शाम 5 बजे के बाद घोषित किए जाएंगे। हालांकि, कोर्ट के आदेश पर 15 वार्डों में आज मतदान नहीं होगा। चुनाव आयोग ने इस निर्देश का पालन करते हुए इन वार्डों के लिए मतदान स्थगित करने का फैसला किया है।
Punjab Municipal Corporation Election: पंजाब के पांच नगर निगमों और 44 नगर परिषदों के चुनाव की वोटिंग आज से शुरू हो चुकी है। यह चुनाव अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, पटियाला और फगवाड़ा जैसे बड़े शहरों में हो रहे हैं। वोटिंग सुबह 7 बजे से शुरू हुई और शाम 4 बजे तक चलेगी। इसके बाद वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी और चुनाव परिणाम शाम 5 बजे के बाद घोषित किए जाएंगे।
अमृतसर में मतदान में हुई देरी
अमृतसर नगर निगम चुनाव के दौरान बूथों पर मतदान मशीनों के खराब होने के कारण मतदान में देरी हुई। मशीनों की समस्या की सूचना मिलने के बाद प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे और उसे ठीक किया। इसके बाद मतदान का काम शुरू हो सका। अमृतसर में कुल 85 वार्डों के लिए वोटिंग हो रही है। यहां के 811 बूथों में से 300 को संवेदनशील और 245 को अति संवेदनशील घोषित किया गया है। मतदान के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
पंजाब के कुल मतदान केंद्र
इन चुनावों में कुल 3,336 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 17.75 लाख महिलाएं सहित 37.32 लाख मतदाता अपने वोट का अधिकार प्रयोग करेंगे। मतदान के लिए राज्यभर में 3,809 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इसमें सभी बड़े शहरों और स्थानीय निकायों के चुनावों का आयोजन हो रहा है।
पटियाला और मोगा में चुनाव स्थगित
पटियाला और मोगा के धर्मकोट में नामांकन प्रक्रिया के दौरान गड़बड़ियों के मामले में पंजाब सरकार ने चुनाव स्थगित करने का निर्णय लिया है। पटियाला के 7 और धर्मकोट के 8 वार्डों में आज मतदान नहीं होगा। इन वार्डों में चुनाव प्रक्रिया को अगले आदेश तक टाल दिया गया है।
चतुर्कोणीय मुकाबला
इन चुनावों में प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के बीच चतुर्कोणीय मुकाबला माना जा रहा है। आम आदमी पार्टी के लिए यह चुनाव एक बड़ी चुनौती साबित हो रहा है, क्योंकि पार्टी को अपनी स्थिति को साबित करने का मौका मिल रहा है।
विपक्ष ने लगाए आरोप
हालांकि, इन चुनावों को लेकर विवाद भी देखने को मिला है। विपक्षी दलों ने आम आदमी पार्टी सरकार पर सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। विपक्षी पार्टियों के उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने से रोके जाने का आरोप भी लगाया गया था। यह मामला पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था, जिसमें कोर्ट ने मामले पर सुनवाई की थी।