सुप्रीम कोर्ट ने खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती न कराने पर किसान नेताओं को फटकार लगाई।
Punjab: सुप्रीम कोर्ट ने खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती न कराने पर किसान नेताओं को फटकार लगाई है। कोर्ट ने पंजाब सरकार को डल्लेवाल को चिकित्सा सहायता प्रदान करने और उन्हें अस्पताल भेजने के लिए निर्देश दिए हैं।
किसान नेताओं पर सुप्रीम कोर्ट की फटकार
सुप्रीम कोर्ट ने उन किसान नेताओं को फटकार लगाई जो डल्लेवाल को उनकी बिगड़ती स्वास्थ्य स्थिति के बावजूद अस्पताल भेजने का विरोध कर रहे हैं। न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने पंजाब के मुख्य सचिव से कहा कि जो लोग डल्लेवाल के अस्पताल में भर्ती होने का विरोध कर रहे हैं, वे उनके शुभचिंतक नहीं हैं।
पंजाब सरकार की नाकामी पर सुप्रीम कोर्ट का गुस्सा
सुप्रीम कोर्ट ने 20 दिसंबर के आदेशों का पालन न करने के लिए पंजाब सरकार की आलोचना की। कोर्ट ने कहा कि वह डल्लेवाल को चिकित्सा सहायता देने और उन्हें अस्पताल भेजने के लिए पंजाब सरकार के प्रयासों से संतुष्ट नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट का कड़ा आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने 23 दिसंबर तक डल्लेवाल को किसी भी कीमत पर अस्पताल में भर्ती करने का आदेश दिया। हालांकि, अभी तक उन्हें अस्पताल नहीं भेजा गया। कोर्ट ने पंजाब सरकार से यह सुनिश्चित करने का कहा कि डल्लेवाल को जल्द से जल्द अस्पताल भेजा जाए।
31 दिसंबर को अगली सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब के महाधिवक्ता, मुख्य सचिव और डीजीपी के आश्वासन पर कहा कि राज्य को 31 दिसंबर तक निर्देशों का पालन करने के लिए समय दिया जाएगा। यदि पंजाब सरकार को किसी सहायता की आवश्यकता होती है, तो केंद्र सरकार आवश्यक समर्थन प्रदान करेगी। अगली सुनवाई 31 दिसंबर को होगी।
डॉक्टरों की बढ़ी चिंता
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन 33वें दिन भी जारी है। डॉक्टरों ने उनकी कीटोन बॉडी रिपोर्ट्स को चिंताजनक बताया। प्राइवेट डॉक्टरों की रिपोर्ट में डल्लेवाल का कीटोन लेवल 6.8 और सरकारी डॉक्टरों की रिपोर्ट में 5.8 था, जो सामान्य से बहुत ज्यादा है। डॉक्टरों ने इस पर चिंता जताई है, लेकिन डल्लेवाल ने कहा है कि वह अपनी मांगों की पूर्ति तक अनशन जारी रखेंगे।
30 दिसंबर को पंजाब बंद का आह्वान
किसान 30 दिसंबर को पंजाब बंद का आह्वान करेंगे, जिसमें एमएसपी और अन्य 13 मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। किसान नेता सरवन सिंह पढेर ने बताया कि कई संगठन इस पंजाब बंद का समर्थन कर रहे हैं।