केंद्रीय रेल बजट 2025 में झारखंड के लिए कई अहम घोषणाएं की गईं, जिसमें टाटानगर-वाराणसी व बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस, चतुर्थ रेल लाइन और कवच सुरक्षा प्रणाली शामिल हैं।
Jharkhand: केंद्रीय रेल बजट 2025 ने झारखंड के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं, जिनसे राज्य में रेलवे का कायाकल्प होगा। इसमें वंदे भारत एक्सप्रेस, चतुर्थ रेल लाइन, कवच सुरक्षा प्रणाली, नई रेल परियोजनाएं और स्टेशनों के विकास की घोषणा की गई है।
वंदे भारत एक्सप्रेस से यात्रा में गति और सुविधा
टाटानगर से वाराणसी और बिलासपुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन होने से झारखंड के यात्रियों को तेज और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा। यह सेवा न केवल यात्रा के समय को कम करेगी, बल्कि शहरों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी भी स्थापित करेगी। वंदे मेट्रो और बुलेट ट्रेन जैसी अत्याधुनिक रेल सेवाओं के माध्यम से रेलवे के आधुनिकीकरण की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है।
5000 करोड़ रुपये का आवंटन
राज्य को 5000 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज मिला है, जो नई रेल लाइनों के निर्माण, मौजूदा लाइनों के दोहरीकरण, रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण, यात्री सुविधाओं में वृद्धि और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए उपयोग किया जाएगा। यह बजट झारखंड के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
चक्रधरपुर मंडल में चतुर्थ रेल लाइन का निर्माण
चक्रधरपुर मंडल में चतुर्थ रेल लाइन का निर्माण रेल यातायात में सुधार करेगा। यह परियोजना ट्रेनों की आवाजाही को सुगम बनाएगी और यात्रियों को समय की बचत के साथ बेहतर सेवा मिलेगी। इसके अलावा, माल ढुलाई की दक्षता भी बढ़ेगी।
कवच सुरक्षा प्रणाली से रेल दुर्घटनाओं में कमी
हावड़ा-मुंबई रेल मार्ग पर कवच नामक स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली की स्थापना से रेल दुर्घटनाओं की संभावना कम हो जाएगी। यह प्रणाली ट्रेनों की गति और स्थिति की निरंतर निगरानी करती है और किसी भी संभावित खतरे की स्थिति में स्वचालित रूप से ट्रेनों को रोक देती है।
ऑटो सिग्नल व्यवस्था से ट्रेनों की गति में वृद्धि
टाटा से खड़गपुर के बीच आटो सिग्नल सिस्टम लागू होने से ट्रेनों का संचालन अधिक सुचारू होगा। इससे ट्रेनों की गति में वृद्धि होगी और यात्रा का समय कम होगा। साथ ही, यह व्यवस्था रेल सुरक्षा को भी मजबूत करेगी।
नई रेल परियोजनाएं
कांड्रा-नामकुम रेल लाइन का दोहरीकरण, इलू-सिल्ली लाइन और टाटा-बदामपहाड़ रेल मार्ग के निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किए जाएंगे। इन परियोजनाओं से क्षेत्र की कनेक्टिविटी में सुधार होगा और विकास को गति मिलेगी। चक्रधरपुर मंडल में अमृत भारत स्टेशनों की संख्या बढ़ाई जाएगी और यात्री सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। पुरानी पटरियों के उन्नयन से ट्रेनों की गति में वृद्धि होगी और यात्रा अधिक सुविधाजनक होगी।