गणतंत्र दिवस परेड 2025 में 16 राज्यों और 10 केंद्रीय मंत्रालयों की कुल 26 झांकियां अनूठी थीम के साथ प्रदर्शन करेंगी, showcasing विविध सांस्कृतिक और प्रशासनिक उपलब्धियां।
Republic Day 2025: गणतंत्र दिवस 2025 के लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। सेना के जवान कर्तव्य पथ पर कदमताल के लिए तैयार हैं। इस साल 26 जनवरी रविवार को भारत अपनी सांस्कृतिक विविधता और सैन्य ताकत का प्रदर्शन करेगा। परेड के दौरान राज्यों और मंत्रालयों की झांकियां भी आकर्षण का केंद्र रहेंगी।
26 झांकियां दिखाएंगी भारत की झलक
गणतंत्र दिवस परेड में इस बार कुल 26 झांकियां शामिल होंगी। इनमें 16 राज्यों और 10 केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों की अनूठी थीम वाली झांकियां शामिल हैं। ये झांकियां भारत के गौरवशाली इतिहास, सांस्कृतिक विविधता और प्रशासनिक उपलब्धियों को दर्शाएंगी।
झांकियों के चयन की प्रक्रिया
गणतंत्र दिवस परेड में किन राज्यों और मंत्रालयों की झांकियां शामिल होंगी, इसका निर्णय रक्षा मंत्रालय करता है।
आवेदन प्रक्रिया
सभी राज्यों, मंत्रालयों और विभागों से झांकी प्रस्तुत करने के लिए आवेदन मांगे जाते हैं। इसकी तैयारी सितंबर-अक्टूबर में शुरू हो जाती है।
विशेषज्ञ कमेटी: झांकियों के चयन के लिए रक्षा मंत्रालय एक विशेषज्ञ कमेटी बनाता है, जिसमें संगीत, वास्तुकला, पेंटिंग, नृत्य, और मूर्तिकला से जुड़े विशेषज्ञ शामिल होते हैं।
चयन प्रक्रिया
पहले चरण में झांकी का स्केच प्रस्तुत किया जाता है।
मंजूरी के बाद 3डी मॉडल तैयार किया जाता है।
अंतिम चयन के बाद झांकी को परेड में शामिल किया जाता है।
पहली बार सेना की संयुक्त झांकी
इस बार गणतंत्र दिवस पर पहली बार थल सेना, जल सेना और वायु सेना की संयुक्त झांकी परेड में शामिल होगी।
थीम: ‘सशक्त और सुरक्षित भारत’।
प्रस्तुति: तीनों सेनाओं का समन्वित ऑपरेशन जल, थल और वायु के जरिए प्रदर्शित किया जाएगा।
रक्षा मंत्रालय की भूमिका
परेड और झांकियों के आयोजन की पूरी जिम्मेदारी रक्षा मंत्रालय की होती है। यह मंत्रालय सुनिश्चित करता है कि परेड में शामिल हर झांकी भारत की विविधता और विकास को शानदार तरीके से प्रदर्शित करे।
क्यों खास है गणतंत्र दिवस 2025?
इस बार की परेड न केवल भारत की ताकत और संस्कृति को प्रदर्शित करेगी, बल्कि पहली बार सेना की संयुक्त झांकी और अनूठी थीम वाली झांकियां इसे और खास बनाएंगी।