रॉबर्ट वाड्रा को लैंड डील मामले में ED ने 15 अप्रैल को हाजिर होने का समन भेजा है। इससे पहले 8 अप्रैल को बुलाया गया था, लेकिन वाड्रा नहीं पहुंचे थे।
New Delhi: कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा को एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने समन भेजा है। उन्हें लैंड डील मामले में पीएमएलए (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) के तहत पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इस मामले में वाड्रा से 15 अप्रैल को ED के सामने पेश होने का आदेश दिया गया है। इससे पहले 8 अप्रैल को भी ED ने रॉबर्ट वाड्रा को तलब किया था, लेकिन वे उस समय पेश नहीं हुए थे।
क्यों बुलाया गया है रॉबर्ट वाड्रा को?
ED ने रॉबर्ट वाड्रा को 2018 में हुए एक विवादित लैंड डील मामले में तलब किया है, जो गुरुग्राम के एक प्रमुख प्रॉपर्टी ट्रांसफर से जुड़ा हुआ है। यह मामला स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी और डीएलएफ के बीच 3.5 एकड़ जमीन के ट्रांसफर से संबंधित है। इस डील में धोखाधड़ी, नियमों का उल्लंघन और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं।
क्या है आरोप?
अरविंद केजरीवाल ने 2011 में रॉबर्ट वाड्रा पर आरोप लगाया था कि उन्होंने डीएलएफ लिमिटेड से 65 करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त कर्ज लिया और इसके बदले जमीन पर मोटी रकम का भुगतान किया। इसके साथ ही यह आरोप भी लगाया गया कि यह कर्ज राजनीतिक फायदे के लिए लिया गया था। वाड्रा पर यह भी आरोप है कि इस डील के जरिए उन्होंने अवैध तरीके से संपत्ति अर्जित की।
वाड्रा का बयान
रॉबर्ट वाड्रा ने एक दिन पहले अंबेडकर जयंती के मौके पर राजनीति में एंट्री करने की इच्छा जताई थी। उन्होंने कहा था कि अगर जनता उन्हें मौका देती है, तो वे राजनीति में अपनी ताकत से कदम रखेंगे। वाड्रा ने यह भी कहा कि अगर भविष्य में ऐसा अवसर मिलता है, तो वह पूरी निष्ठा और मेहनत से काम करेंगे। हालांकि, वे पहले भी राजनीति में एंट्री को लेकर कई बार इच्छा जता चुके हैं।
ED का रुख
प्रवर्तन निदेशालय के समन और जांच के बावजूद रॉबर्ट वाड्रा ने कई बार इस मामले को राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा करार दिया है। हालांकि, ED ने वाड्रा के खिलाफ अपनी जांच को लगातार जारी रखा है और यह मामले में नए सुराग भी सामने आ रहे हैं। रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार, मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं, जिनकी जांच अब ED के द्वारा की जा रही है।
आगे की कार्रवाई
अब जब रॉबर्ट वाड्रा 15 अप्रैल को ED के सामने पेश होंगे, तो उनकी पूछताछ से इस मामले में कई अहम खुलासे हो सकते हैं। इस लैंड डील मामले में पूरी जांच के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि वाड्रा पर लगाए गए आरोपों का क्या असर पड़ेगा और मामले की आगे की दिशा क्या होगी।