भारत चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग करने में सफल रहा, वही दक्षिण धुर्व पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है. चंद्रयान-3 की लैंडिंग के बाद अब छह पहियों और 26 किलो वाला रोवर प्रज्ञान चाँद की सतह पर 14 दिनों तक घूमकर परीक्षण करेगा. इसरो की जानकारी के अनुसार रोवर प्रज्ञान के बाहर आने की पुष्टि की गई है. वही रेम्प से बाहर निकलते हुए प्रज्ञान रोवर की तस्वीर INSPACE के चैयरमेन पवन के गोयनका ने देर रात को शेयर की थी.
रोवर ने चन्द्रमा की सतह पर आते ही अपने सोलर पेनल खोले.यह एक सेमी/सेकंड की गति से चलता है. नेविगेशन केमरो से अपने आस-पास की चीजों को स्कैन करेगा. 12 दिन के भीतर रोवर करीब आधा किलोमीटर का सफर तय करेगा. पानी और अन्य धातुओं की खोज के लिए इसमें दो पेलोड लगे है. रोवर इन 12 दिनों में डेटा कलेक्ट करेगा और इसे लैंडर को भेजेगा. लैंडर वो डेटा पृथ्वी तक पहुंचाएगा. इस प्रकिया में चंद्रयान-2 ऑर्बिटर भी मदद करेगा.