संजौली मस्जिद विवाद के कारण शिमला के संजौली क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। धारा 144 लागू की गई है, जो कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए है। इस विवाद के कारण स्थानीय हिंदू संगठनों में आक्रोश देखा जा रहा है, जो मस्जिद के अवैध निर्माण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
शिमला: शिमला के संजौली क्षेत्र में संजौली मस्जिद विवाद को लेकर स्थिति गंभीर हो गई है। जिला प्रशासन ने कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 163 लागू कर दी है। इस कदम के तहत इलाके में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है। धारा 163 के तहत, प्रशासन को शांति व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी असामान्य गतिविधि को नियंत्रित करने के लिए विशेष अधिकार मिलते हैं। इस विवाद के कारण क्षेत्र में तनाव और संघर्ष की स्थिति बन गई है, जिससे शांति बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो गया है। पुलिस और सुरक्षा बल इलाके में निगरानी रख रहे हैं और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
इस विवाद के कारण स्थानीय हिंदू संगठनों में आक्रोश देखा जा रहा है, जो मस्जिद के अवैध निर्माण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। हजारों लोग सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, और उन्होंने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेडिंग को तोड़कर मस्जिद की ओर बढ़ने का प्रयास किया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मस्जिद का निर्माण नियमों और विधियों के खिलाफ हो रहा है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और जिला प्रशासन कड़ी निगरानी रख रहे हैं और स्थिति को शांति बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं।
पुलिस ने प्रदर्शनकरियों पर किया लाठीचार्ज और वॉटर कैनन का इस्तेमाल
शिमला के संजौली क्षेत्र में मस्जिद के कथित अवैध निर्माण को लेकर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तनाव बढ़ गया है। प्रदर्शनकारियों ने मस्जिद में अवैध ढांचे को गिराने की मांग की और जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो लाठीचार्ज किया गया। इस लाठीचार्ज में कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए हैं।प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के सुरक्षा घेरे को तोड़ने की कोशिश की और स्थिति उग्र हो गई। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया और प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछारें कीं। नारेबाजी और पानी की बौछारों के बीच तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई हैं।
प्रदर्शनकारियों ने आक्रोश में आकर किया चक्का जाम
संजौली मस्जिद विवाद के चलते शिमला में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। भारी संख्या में प्रदर्शनकारी, जो विभिन्न हिंदू संगठनों से जुड़े हैं, ने सड़क पर चक्का जाम कर दिया है। प्रदर्शनकारी पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए मस्जिद की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए वॉटर कैनन और लाठीचार्ज का इस्तेमाल कर रही है। इस कार्रवाई के चलते कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए हैं। हिंदू जागरण मंच के अध्यक्ष कमल गौतम सहित दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कमल गौतम मस्जिद के पास जाने की कोशिश कर रहे थे, जिसके चलते उन्हें गिरफ्तार किया गया।
संजौली में धारा 163 लागू
शिमला के संजौली क्षेत्र में बढ़ते विवाद और हिंसा की स्थिति को देखते हुए, जिला दंडाधिकारी अनुपम कश्यप ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 के तहत सख्त आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों के तहत:
* स्कूल, सरकारी और निजी कार्यालय और बाजार खुले रहेंगे और सामान्य जनजीवन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
* धरना-प्रदर्शन, नारेबाजी, भूख-हड़ताल जैसी गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक रहेगी।
* अस्पताल, कोर्ट, शिक्षण संस्थान और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर लाउडस्पीकर के उपयोग पर भी प्रतिबंध रहेगा।
* सांप्रदायिक, राष्ट्र या राज्य विरोधी भाषण, नारे, दीवार लेखन और पोस्टर पर भी सख्त पाबंदी होगी।
धारा 163 के दौरान इन गतिविधियों पर रहेगी रोक
* 5 या उससे अधिक लोगों के एकत्रित होने पर पूरी तरह से रोक रहेगी।
* हथियार या औजार लेकर चलने की अनुमति नहीं होगी।
* रैली या जलूस बिना अनुमति के आयोजित नहीं हो सकेंगे।
* यातायात को बाधित करने की अनुमति नहीं होगी।
* सार्वजनिक स्थलों पर मशाल या मोमबत्ती जलाने पर रोक रहेगी।
* प्रशिक्षण देने, विशेष रूप से लाठी चलाने का प्रशिक्षण देने पर पाबंदी होगी।
* सड़क और गलियों में पटाखे चलाने पर रोक रहेगी।
* पत्थर फेंकने, आपत्ति जनक सामान रखने, और किसी भी स्थान पर एकत्र होने पर पाबंदी रहेगी।
* लाउडस्पीकर के उपयोग पर रोक रहेगी।
* भड़काऊ भाषण, नारेबाजी और दीवार लेखन पर भी रोक रहेगी।