केंद्र ने कांग्रेस द्वारा सुझाए गए चार सांसदों के बजाय शशि थरूर पर भरोसा जताते हुए उन्हें पांच देशों के दौरे पर जाने वाले सात सदस्यीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सौंपा, जिससे कांग्रेस हैरान रह गई।
New Delhi: दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर गर्मा गर्मी देखने को मिल रही है। इस बार विवाद है केंद्र सरकार द्वारा गठित सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल (All Party Delegation) को लेकर, जिसमें कांग्रेस के सुझाए गए नामों को छोड़कर शशि थरूर को प्रतिनिधिमंडल का नेता बना दिया गया है।
कांग्रेस ने केंद्र को जिन चार सांसदों के नाम सुझाए थे, उनमें शशि थरूर का नाम शामिल नहीं था। बावजूद इसके, केंद्र सरकार ने थरूर पर भरोसा जताया और उन्हें 5 देशों के दौरे पर जाने वाले सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सौंपा है।
केंद्र सरकार का फैसला और कांग्रेस की प्रतिक्रिया
भारत सरकार ने एक सात सदस्यीय ऑल पार्टी डेलिगेशन का गठन किया है, जिसका उद्देश्य है हालिया भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच दुनिया के बड़े देशों को भारत की स्थिति से अवगत कराना। इस डेलिगेशन का नेतृत्व शशि थरूर करेंगे।
कांग्रेस पार्टी ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि पार्टी ने जो चार नाम केंद्र को दिए थे, उनमें से एक भी नाम स्वीकार नहीं किया गया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने पार्टी से 4 नाम मांगे थे, जो कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भेजे थे। ये नाम थे- आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, डॉ. सैयद नसीर हुसैन और राजा बरार।
लेकिन केंद्र ने इन सभी नामों को दरकिनार कर शशि थरूर को प्रमुख बनाया। यह कदम कांग्रेस के लिए न सिर्फ हैरानी भरा रहा, बल्कि पार्टी के अंदर भी इसे लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
डेलिगेशन का मिशन और यात्रा कार्यक्रम
यह ऑल पार्टी डेलिगेशन 23 मई से 10 दिनों की विदेश यात्रा पर रवाना होगा। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल वाशिंगटन, लंदन, अबू धाबी, प्रिटोरिया और टोक्यो की यात्रा करेगा। इसका मुख्य उद्देश्य भारत की Zero Tolerance Policy और ऑपरेशन सिंदूर के तहत उठाए गए कदमों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर मजबूती से रखना है।
गौरतलब है कि हाल ही में भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर बड़ी एयर स्ट्राइक की थी।
शशि थरूर ने कहा- राष्ट्रहित में पीछे नहीं हटूंगा
शशि थरूर ने केंद्र सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए खुद को सम्मानित बताया। उन्होंने कहा कि जब बात राष्ट्रहित की हो, तो वह किसी भी परिस्थिति में पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “जहां राष्ट्रीय हित जुड़ा हो, वहां मेरी सेवाओं की आवश्यकता हो तो मैं कभी पीछे नहीं हटूंगा।”
भाजपा ने कांग्रेस के सुझाए नामों पर खड़े किए सवाल
भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस के सुझाए नामों पर सवाल उठाए। उन्होंने दावा किया कि गौरव गोगोई और सैयद नसीर हुसैन के पाकिस्तान से संदिग्ध संबंध रहे हैं। यहां तक कि गोगोई पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने पाकिस्तान में 15 दिन बिताए और उनकी पत्नी का पाकिस्तानी सेना से संपर्क था।
मालवीय ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा को शशि थरूर जैसे नेताओं की जरूरत इसलिए पड़ रही है क्योंकि कांग्रेस अपने प्रतिभाशाली नेताओं को खुद ही दरकिनार कर रही है।