उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना था। इनमें से पांच सीटों पर समाजवादी पार्टी (सपा) ने सफलता प्राप्त की थी। मंगलवार को जिन नौ सीटों पर उपचुनाव की घोषणा की गई, उनमें वर्ष 2022 के चुनाव में चार सीटें - करहल, कटेहरी, कुंदरकी और सीसामऊ - सपा ने जीती थीं।
UP By Election 2024: विधानसभा उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। पार्टी ने दिग्गज नेताओं को चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी है और प्रत्याशियों के चयन में भी सपा ध्यान दे रही है। राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव समेत कई प्रमुख नेताओं को अगस्त में ही छह सीटों का चुनाव प्रभारी बनाकर सपा ने चुनावी प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है।
इन छह सीटों पर सपा ने अपने प्रत्याशी भी घोषित कर दिए हैं। अब शेष चार सीटों में से सपा दो और उम्मीदवार उतार सकती है। सपा गठबंधन में गाजियाबाद सदर सीट कांग्रेस को सौंपने पर विचार कर सकती है। सूत्रों के अनुसार, अलीगढ़ की खैर सीट के लिए भी सपा और कांग्रेस के बीच बातचीत जारी है।
यूपी की दस विधासभा सीटों पर होंगे उपचुनाव
उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। इनमें से पांच सीटों पर समाजवादी पार्टी (सपा) ने जीत हासिल की थी। मंगलवार को जिन नौ सीटों पर उपचुनाव की घोषणा की गई, उनमें 2022 के चुनाव में चार सीटें करहल, कटेहरी, कुंदरकी और सीसामऊ सपा ने जीती थीं। मीरापुर सीट पर राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) ने सपा के साथ गठबंधन में विजय प्राप्त की थी।
सपा ने कटेहरी सीट की जिम्मेदारी शिवपाल सिंह यादव को सौंपी है। फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद और विधान परिषद में विपक्ष के नेता लाल बिहारी यादव को मिल्कीपुर सीट का प्रभारी बनाया गया है। हालांकि, इस सीट पर अभी तक उपचुनाव की घोषणा नहीं की गई है।
यूपी का सियासी माहौल
चंदौली के सांसद वीरेंद्र सिंह को मझवां, पूर्व मंत्री चंद्रदेव यादव को करहल, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज को फूलपुर और विधायक राजेंद्र कुमार को सीसामऊ सीट का प्रभारी नियुक्त किया गया है। सपा ने अभी तक गाजियाबाद, खैर, मीरापुर और कुंदरकी सीट पर अपने प्रभारी घोषित नहीं किए हैं।
2022 के विधानसभा चुनाव में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने करहल सीट पर जीत हासिल की थी। अखिलेश यादव ने अपने भतीजे तेज प्रताप यादव को करहल से चुनावी मैदान में उतारा है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बेटी राजलक्ष्मी यादव के पति तेज प्रताप यादव वर्ष 2014 में मैनपुरी सीट से सांसद निर्वाचित हुए थे।
इस बार लोकसभा चुनाव में उन्हें कन्नौज से प्रत्याशी घोषित किया गया था, लेकिन अंतिम समय में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव चुनावी मैदान में उतरे। कानपुर की सीसामऊ सीट से सपा के इरफान सोलंकी पिछली बार चुनाव जीत चुके थे। कोर्ट से मिली सजा के कारण विधायकी गंवाने वाले इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी इस सीट से उपचुनाव में भाग लेंगी।
सपा और भाजपा में कड़ी टक्कर
तीन बार के विधायक रह चुके मुज्तबा सिद्दीकी के फूलपुर, अंबेडकरनगर से सांसद बनने के बाद, उनकी पत्नी शोभावती वर्मा कटेहरी सीट पर और मीरजापुर की मझवां सीट से डॉ. ज्योति बिंद सपा की उम्मीदवार होंगी। डॉ. ज्योति, बसपा के तीन बार विधायक और भदोही से भाजपा के सांसद रहे डॉ. रमेश बिंद की बेटी हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सभी सीटों पर अपनी युवा विंग को सक्रिय करने के निर्देश दिए हैं। वह स्वयं उपचुनाव की जिम्मेदारी संभालेंगे, जबकि अखिलेश आमतौर पर उपचुनावों में प्रचार से दूर रहते हैं।