UP News: औरंगजेब पर बयान से भड़के संत, अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने की कड़ी मांग, जानिए पूरा मामला

UP News: औरंगजेब पर बयान से भड़के संत, अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने की कड़ी मांग, जानिए पूरा मामला
अंतिम अपडेट: 2 दिन पहले

अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने औरंगजेब का गुणगान करने वालों का मतदान अधिकार खत्म करने और स्कूलों की किताबों से मुगलों का महिमामंडन हटाने की मांग की है।

UP News: सपा नेता अबू आसिम आजमी के औरंगजेब को अच्छा शासक बताने पर विवाद बढ़ता जा रहा है। इस बयान को लेकर संतों के सबसे बड़े संगठन अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट हरिद्वार के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने औरंगजेब को क्रूर और अन्यायी बताते हुए उसका महिमामंडन करने वालों का मतदान का अधिकार समाप्त करने की मांग उठाई है।

मुगल आक्रांता थे, नहीं थे महान: श्रीमहंत रवींद्र पुरी

श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने कहा कि मुगल आक्रांता थे, वे भारत को लूटने आए थे। उन्होंने सनातन धर्मावलंबियों पर अत्याचार किया, हिंसा की, तलवार के बल पर मतांतरण कराया और जो इसके लिए राजी नहीं हुए, उन्हें प्रताड़ित कर मार दिया गया। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ राजनीतिक दलों के नेता आक्रांताओं की महिमा बखान रहे हैं और उन्हें महान बता रहे हैं, जो पूरी तरह अक्षम्य है।

प्रधानमंत्री मोदी से पाठ्यक्रम बदलने की मांग

श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि सभी स्कूलों की किताबों से मुगलों को महान बताने वाला पाठ्यक्रम हटाया जाए। उन्होंने कहा कि वामपंथी इतिहासकारों ने सुनियोजित षड्यंत्र के तहत सनातन धर्म के गौरवशाली इतिहास को दबाया और मुगलों का महिमामंडन किया। इस मुद्दे पर अखाड़ा परिषद का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही प्रधानमंत्री से भेंट करेगा।

"मुगल शासक वीर नहीं थे, उन्होंने छल से राजाओं को हराया"

उन्होंने कहा कि बाबर, हुमायूं, शेरशाह सूरी, अकबर, जहांगीर और औरंगजेब जैसे मुगल शासकों का कृत्य घृणित था। वे न तो वीर थे और न ही महान। इन शासकों ने छल-कपट से भारतीय राजाओं को युद्ध में हराया और भारत की संस्कृति को नष्ट करने का प्रयास किया। वामपंथी इतिहासकारों ने जानबूझकर ऐसे क्रूर शासकों का महिमामंडन किया और हमारे वीर राजा-रानियों और क्रांतिकारियों को कमतर दिखाने का प्रयास किया।

इतिहास को नए सिरे से लिखने की मांग

श्रीमहंत ने कहा कि सरकार को इतिहास को नए सिरे से लिखवाकर देशवासियों के सामने सच्चाई लानी चाहिए। उन्होंने कहा, "हमारे महानायक छत्रपति शिवाजी महाराज, सम्भाजी महाराज, गुरु तेग बहादुर, गुरु गोबिंद सिंह, पृथ्वीराज चौहान, रानी लक्ष्मीबाई जैसे असंख्य योद्धा थे, जिनके ऊपर हमें गर्व है।"

योगी आदित्यनाथ का जवाब

यूपी विधान परिषद में बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अबू आजमी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सपा को तुरंत अपने विधायक को निलंबित करना चाहिए। योगी आदित्यनाथ ने कहा, "जो छत्रपति शिवाजी की परंपरा पर लज्जा महसूस करता हो और औरंगजेब को नायक मानता हो, क्या उसे भारत में रहने का अधिकार है?"

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