उत्तर प्रदेश सरकार ने लखीमपुर खीरी, हरदोई, अमेठी, उन्नाव और फर्रुखाबाद के पांच प्रमुख मंदिरों के पर्यटन विकास के लिए धनराशि स्वीकृत की है। इन मंदिरों को अयोध्या के मॉडल पर विकसित किया जाएगा, जिससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के पांच जिलों – लखीमपुर खीरी, हरदोई, अमेठी, उन्नाव और फर्रूखाबाद के प्रमुख मंदिरों के पर्यटन विकास की योजना को मंजूरी दे दी है। इसके लिए धनराशि भी स्वीकृत कर दी गई है। यह योजना राज्य के पर्यटन विभाग द्वारा तैयार की गई है, और इसे उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम को कार्यदायी संस्था के रूप में लागू किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य प्रदेश में बढ़ते धार्मिक पर्यटन को और बढ़ावा देना है।
धार्मिक पर्यटन में वृद्धि
उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों से घरेलू पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले वर्ष 48 करोड़ पर्यटकों ने प्रदेश के विभिन्न पर्यटन स्थलों का दौरा किया। जनवरी से सितंबर तक, 47.61 करोड़ पर्यटकों ने अयोध्या, काशी, मथुरा जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों का भ्रमण किया है। इस साल, विभाग को उम्मीद है कि पर्यटकों की संख्या 50 करोड़ के पार जाएगी, खासकर श्रीराम मंदिर के निर्माण के बाद अयोध्या में पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हो रही है।
लखीमपुर खीरी से फर्रूखाबाद तक- योगी
लखीमपुर खीरी: यहां के पालननाथ मंदिर के पर्यटन विकास के लिए 1.13 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिसमें से 50 लाख रुपये की पहली किश्त जारी की जा चुकी है।
हरदोई: बालामऊ में स्थित कुशीनाथ मंदिर और सरोवर के विकास के लिए 67.80 लाख रुपये का बजट मंजूर किया गया है, जिसमें 35 लाख रुपये की किश्त पहले ही स्वीकृत की गई है।
अमेठी: जामो ब्लॉक में स्थित शंकर बूढ़े बाबा मंदिर के लिए 86 लाख रुपये का बजट तय किया गया है।
उन्नाव: मुरादाबाद ब्लॉक में स्थित फूलमती देवी मंदिर के पर्यटन विकास के लिए 35 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है।
फर्रूखाबाद: श्रंग्रीरामपुर मंदिर और बाघम्बर महादेव मंदिर के बीच सड़क निर्माण के लिए 7.18 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।
सीडीओ ने ग्रामीण समस्याओं का समाधान
बहराइच में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर आयोजित सुशासन सप्ताह के तहत, प्रशासन ने 'चला गांव की ओर' कार्यक्रम का आयोजन किया। मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) मुकेश चंद ने ग्रामीणों से उनकी समस्याएं सुनी और अधिकारियों को त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए।
इस दौरान, ब्लाक के 12 ग्राम पंचायतों में जनसमस्याओं का समाधान किया गया। ग्रामीणों के लिए 98 परिवारों का सर्वेक्षण किया गया, जाब कार्ड, ई-श्रम कार्ड, दिव्यांग पेंशन और अन्य योजनाओं का सत्यापन भी किया गया। कार्यक्रम में बीडीओ अजय प्रताप सिंह, एपीओ विक्रांत सिंह और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।