UP Politics: यूपी-झारखंड और महाराष्ट्र में करारी शिकस्त झेलने के बाद मायावती ने किया बड़ा एलान, कहा- 'बसपा अब कभी भी नहीं लड़ेगी उपचुनाव'

UP Politics: यूपी-झारखंड और महाराष्ट्र में करारी शिकस्त झेलने के बाद मायावती ने किया बड़ा एलान, कहा- 'बसपा अब कभी भी नहीं लड़ेगी उपचुनाव'
Last Updated: 24 नवंबर 2024

बसपा सुप्रीमो मायावती ने उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव, झारखंड और महाराष्ट्र उपचुनाव में अपनी पार्टी को मिली शिकस्त के बाद उपचुनाव न लड़ने का एलान किया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा उपचुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार ने सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया और फर्जी वोटिंग कराई।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश, झारखंड और महाराष्ट्र में हुए चुनावों में बसपा को मिली करारी शिकस्त के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को पहली बार अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए इन चुनावों में धांधली का आरोप लगाया और कहा कि चुनावी प्रक्रिया में भारी गड़बड़ी की गई है। मायावती ने यह भी कहा कि जब तक चुनाव आयोग इस तरह की धांधलियों को रोकने के लिए सख्त कदम नहीं उठाता, तब तक उनकी पार्टी किसी भी उपचुनाव में भाग नहीं लेगी। 

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बसपा लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों को पूरी दमदारी और ताकत के साथ लड़ेगी, और आगामी आम चुनावों में पार्टी अपनी पूरी ताकत झोंक देगी।

मायावती ने कहा... 

उत्तर प्रदेश में 9 विधानसभा सीटों पर हुए हालिया उपचुनाव और उसके बाद आए नतीजों को लेकर आम जनता में चिंता और असंतोष देखा जा रहा है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पहले बैलेट पेपर के माध्यम से चुनावों में सत्ता का दुरुपयोग करके फर्जी वोट डाले जाते थे, लेकिन अब EVM (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) के जरिए भी यह काम हो रहा है, जो लोकतंत्र के लिए बेहद चिंताजनक और दुख की बात हैं। मायावती ने यह आरोप लगाया कि अब उपचुनावों में सत्ता का दुरुपयोग और फर्जी वोटिंग खुलेआम हो रही है, जैसा कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में देखा गया। 

मायावती ने राज्य और केंद्र सरकार पर लगाया आरोप

मायावती ने महाराष्ट्र विधानसभा के हालिया आम चुनाव और देशभर में उपचुनावों में धांधली के आरोपों के संदर्भ में गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए बड़ी समस्या बन चुकी है और देश में फर्जी वोटिंग की घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है। इसके परिणामस्वरूप, उनकी पार्टी ने यह निर्णय लिया है कि जब तक चुनाव आयोग फर्जी वोटिंग को रोकने के लिए सख्त कदम नहीं उठाएगा, तब तक उनकी पार्टी देश में किसी भी उपचुनाव में भाग नहीं लेगी।

मायावती ने यह भी कहा कि हालांकि, आम चुनाव में इस समस्या का असर कम होता है क्योंकि इन चुनावों में सरकार की तरफ से जनता पर दबाव कम होता है। वह मानती हैं कि सत्ता परिवर्तन के डर से आम चुनाव में सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल कम होता है। इसलिए, बसपा पार्टी पूरी ताकत और ईमानदारी के साथ देशभर में आगामी आम चुनाव लड़ेगी।

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