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UPSC के नए चेयरमैन अजय कुमार: कौन हैं ये अनुभवी अधिकारी?

1985 बैच के आईएएस अजय कुमार को UPSC का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है। पूर्व रक्षा सचिव रहे अजय आत्मनिर्भर भारत और अग्निवीर योजना में अहम भूमिका निभा चुके हैं। उन्होंने मिनेसोटा यूनिवर्सिटी से पीएचडी की है।

UPSC Chairman: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के नए चेयरमैन के रूप में अजय कुमार की नियुक्ति भारत के प्रशासनिक तंत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस नियुक्ति को मंजूरी दी है, जिससे यह साफ होता है कि अजय कुमार की प्रशासनिक क्षमताओं और अनुभव पर पूरा भरोसा किया जा रहा है। इस लेख में हम अजय कुमार के जीवन और उनके प्रशासनिक सफर पर चर्चा करेंगे।

अजय कुमार का प्रशासनिक करियर

अजय कुमार 1985 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और अपने करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं। सबसे हालिया भूमिका में, वह रक्षा सचिव के पद पर थे, जहां उन्होंने भारत के रक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए थे। अजय कुमार की सबसे प्रमुख उपलब्धियों में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) की स्थापना, अग्निवीर योजना का शुभारंभ और सशस्त्र बलों की भर्ती प्रणाली में सुधार शामिल है।

2022 में रक्षा सचिव पद से सेवानिवृत्त होने के बाद अजय कुमार भारत के सबसे वरिष्ठ अफसरों में से एक बन गए हैं। उनका अनुभव विभिन्न सरकारों के साथ काम करने का रहा है, जिसमें कांग्रेस, भा.ज.पा. और लेफ्ट की सरकारें शामिल हैं। अजय कुमार ने अपने कार्यकाल में केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया।

अजय कुमार की शिक्षा

अजय कुमार का शैक्षिक सफर भी प्रशंसनीय है। उन्होंने आईटीआई कानपुर से बीटेक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पीएचडी की। इसके अलावा, उन्होंने एप्लाइड इकोनॉमिक्स में भी एमएस किया है। खास बात यह है कि अजय कुमार ने ये दोनों डिग्रियां सिर्फ तीन साल में पूरी की। यह उनकी क्षमता और समर्पण का प्रतीक है।

अजय कुमार की भूमिका और योगदान

अजय कुमार की जिम्मेदारियां महज प्रशासन तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उन्होंने विभिन्न योजनाओं और सुधारों में भी अहम भूमिका निभाई है। उनका सबसे बड़ा योगदान अग्निवीर योजना और आत्मनिर्भर भारत की सफलता में है। इसके अलावा, अजय कुमार के नेतृत्व में रक्षा मंत्रालय ने सीडीएस की स्थापना की, जो भारतीय सशस्त्र बलों की कमांड संरचना में एक बड़ा बदलाव था।

अजय कुमार का प्रशासनिक दृष्टिकोण

अजय कुमार का प्रशासनिक दृष्टिकोण हमेशा सुधार और आत्मनिर्भरता पर आधारित रहा है। उन्होंने अग्निवीर योजना के माध्यम से भारतीय सेना में भर्ती प्रक्रिया को नया रूप दिया, जिससे देश की सुरक्षा तंत्र को मजबूती मिली। आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत, अजय कुमार ने भारत को अपने रक्षा उपकरणों के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कई कदम उठाए हैं।

अजय कुमार का कार्यकाल UPSC चेयरमैन के रूप में

अब, अजय कुमार UPSC के नए चेयरमैन के रूप में देश के सबसे महत्वपूर्ण परीक्षा निकाय की जिम्मेदारी संभालेंगे। उनके पास प्रशासन और नीतिगत फैसलों का गहरा अनुभव है, जो इस महत्वपूर्ण भूमिका में उन्हें मदद करेगा। UPSC के चेयरमैन के रूप में अजय कुमार का कार्यक्षेत्र प्रशासनिक और शैक्षिक सुधारों में नया आयाम जोड़ने का होगा।

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