US Election Result: अमेरिका में गाजियाबाद की बेटी ने तोड़ा रिकॉर्ड, सबा हैदर ने ड्यूपेज काउंटी बोर्ड के चुनाव में की जीत हासिल

US Election Result: अमेरिका में गाजियाबाद की बेटी ने तोड़ा रिकॉर्ड, सबा हैदर ने ड्यूपेज काउंटी बोर्ड के चुनाव में की जीत हासिल
Last Updated: 3 घंटा पहले

गाजियाबाद की बेटी, सबा हैदर ने अमेरिका में ड्यूपेज काउंटी बोर्ड के चुनाव में दमदार प्रदर्शन किया। डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार के तौर पर उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी की पैटी गुस्टिन को आठ हजार से अधिक वोटों से हराकर जीत हासिल की। सबा हैदर ने इससे पहले 2022 में भी चुनाव लड़ा था।

US Election Result: गाजियाबाद की सबा हैदर ने ड्यूपेज काउंटी बोर्ड के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के रूप में रिपब्लिकन पार्टी की पैटी गुस्टिन को साढ़े आठ हजार वोटों से हराकर शानदार जीत हासिल की। पिछली बार वह केवल एक हजार वोटों से हार गई थीं। उनकी इस जीत ने परिवार में खुशी की लहर दौड़ा दी है।

सबा हैदर ने चुनाव में रिकॉर्ड जीत दर्ज की

गाजियाबाद की रहने वालीं सबा हैदर ने अमेरिका में ड्यूपेज काउंटी बोर्ड के चुनाव में अपनी धाक जमाई। उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के रूप में रिपब्लिकन पार्टी की पैटी गुस्टिन को साढ़े आठ हजार वोटों से हराया। इस बार उन्हें 39,365 वोट मिले, जबकि पैटी गुस्टिन को 30,844 वोट मिले। इस जीत ने उनके परिवार में खुशी का माहौल बना दिया है।

पूर्व चुनाव में मिली थी हार, इस बार शानदार जीत

सबा हैदर ने 2022 में भी ड्यूपेज काउंटी बोर्ड के चुनाव में किस्मत आजमाई थी, लेकिन वह एक हजार वोटों से हार गई थीं। हालांकि, इस बार उन्होंने अपने अभियान को मजबूती से चलाया और 8,521 वोटों से जीत हासिल की। उनकी इस जीत ने उनके परिवार के साथ-साथ पूरे क्षेत्र में एक नई उम्मीद जगाई है।

ड्यूपेज काउंटी स्वास्थ्य बोर्ड में की नियुक्ति

गाजियाबाद के चित्रगुप्त विहार निवासी सबा हैदर पिछले डेढ़ दशक से अमेरिका में योग को बढ़ावा दे रही हैं। वह हजारों लोगों को ऑनलाइन और ऑफलाइन योग प्रशिक्षण देती हैं और स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण और नशा विरोधी जागरूकता अभियान चलाती हैं। उनका मानना है कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में जागरूकता बढ़ाने से समाज में सकारात्मक बदलाव सकता है।

2022 में मिली हार के बाद भी नहीं रुकीं सबा

सबा हैदर की मेहनत और सामाजिक कार्यों को देखते हुए 2022 में डेमोक्रेटिक पार्टी ने उन्हें ड्यूपेज काउंटी बोर्ड के चुनाव में उम्मीदवार बनाया था। हालांकि वह उस चुनाव में हार गईं, लेकिन डेमोक्रेटिक पार्टी ने उन्हें ड्यूपेज काउंटी स्वास्थ्य बोर्ड का सदस्य नियुक्त किया। इस बार पार्टी ने उन्हें फिर से चुनावी मैदान में उतारा, और उनकी मेहनत रंग लाई।

सबा हैदर की पारिवारिक पृष्ठभूमि और शिक्षा

सबा हैदर के पिता अली हैदर जल निगम के रिटायर्ड वरिष्ठ अभियंता हैं, और उनकी माता महजबीं हैदर एक स्कूल चलाती हैं। सबा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा होली चाइल्ड स्कूल से प्राप्त की, और इसके बाद रामचमेली चड्ढा विश्वास गर्ल्स कॉलेज से बीएससी में टॉप किया। वह अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से एमएससी और वाइल्ड लाइफ शिक्षा में गोल्ड मेडलिस्ट रही हैं।

अमेरिका में सामाजिक कार्य और योग में योगदान

सबा हैदर ने अमेरिका में अपनी शिक्षा और योग को बढ़ावा देने के साथ ही सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। वह इंटरनेशनल योगा डे के सह आयोजक रही हैं, और अमेरिका में कई योग कार्यशालाओं का आयोजन भी किया है। इसके अलावा, वह हिंदू टेंपल ऑफ ग्रेटर शिकागो, विवेकानंद इंटरनेशनल ईस्ट वेस्ट योगा कान्फ्रेंस में भी सक्रिय सदस्य रही हैं।

परिवार में जश्न का माहौल

सबा हैदर की जीत पर उनके परिवार में खुशी का माहौल है। उनके छोटे भाई जीशान हैदर, जो ओमान में बिजनेस करते हैं, ने वीडियो कॉल के जरिए सबको बधाई दी। उनके माता-पिता, भाई और भाभी ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर इस खुशी को मनाया।

अमेरिका में परिवार के साथ जीवन

होली चाइल्ड स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद, उन्होंने 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई की। इसके बाद, राम चमेली चड्ढा विश्वास गर्ल्स कॉलेज, गाजियाबाद में बीएससी की पढ़ाई की और वहाँ गोल्ड मेडलिस्ट बनीं। इसके साथ ही, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से एमएससी की डिग्री प्राप्त करने के दौरान भी वे वाइल्ड लाइफ शिक्षा में गोल्ड मेडल हासिल करने में सफल रहीं।

वर्ष 2005 में, उनकी शादी कंप्यूटर इंजीनियर अली काजमी से हुई, और 2007 में वे अमेरिका चली गईं। अमेरिका में अपने खाली समय का सदुपयोग करते हुए, उन्होंने योग की शिक्षा अमेरिकी और अन्य देशों की महिलाओं को देना शुरू किया। राजनीतिक क्षेत्र में, उन्होंने 2022 में ड्यूपेज काउंटी बोर्ड के सदस्य के लिए चुनाव लड़ा, जहां उन्हें एक हजार मतों से हार का सामना करना पड़ा। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और 2024 में पुनः ड्यूपेज काउंटी बोर्ड का चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें करीब साढ़े आठ हजार मतों से जीत मिली।

 

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