जम्मू-कश्मीर में माता वैष्णो देवी यात्रा के दौरान भूस्खलन का बड़ा हादसा हो गया। इस घटना में दो महिला श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। घायल महिला को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
Landslide mata vaishno devi: जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में माता वैष्णो देवी मंदिर के नए मार्ग पर सोमवार को भूस्खलन की घटना हुई, जिसमें दो महिला श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई और एक लड़की गंभीर रूप से घायल हो गई। जिसक आईजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
अधिकारियों के अनुसार, यह भूस्खलन दोपहर करीब 2:35 बजे हुआ, जब श्रद्धालु भवन से तीन किलोमीटर आगे पंची के पास यात्रा कर रहे थे। भूस्खलन के कारण ऊपर बने लोहे के ढांचे का एक हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया। घटना के तुरंत बाद बचाव अभियान शुरू किया गया और घायल लड़की को अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्थानीय प्रशासन और राहत दल ने घटनास्थल पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य तेजी से शुरू कर दिए हैं।
तीर्थयात्रा के दौरान हुआ हादसा
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में सोमवार को माता वैष्णो देवी मंदिर के नए ट्रैक पर भूस्खलन की घटना में दो महिला तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और एक लड़की गंभीर रूप से घायल हो गई। अधिकारियों के अनुसार, भूस्खलन के कारण मंदिर के रास्ते पर ऊपर बने लोहे के ढांचे का एक हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया।
घटना उस समय हुई जब तीर्थयात्री मंदिर की ओर जा रहे थे और भूस्खलन के बाद वे लोहे के ढांचे के नीचे फंस गए। बचाव दल ने तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू किया और घायल लड़की को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
हादसे में दो महिलाओं की मौत
रियासी के डिप्टी कमिश्नर विशेष पॉल महाजन ने बताया कि भूस्खलन की इस घटना में दो महिलाओं की मौत हो गई है और एक लड़की गंभीर रूप से घायल हो गई है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पुलिस और नागरिक प्रशासन के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और विस्तृत जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।
महाजन ने कहा कि प्रारंभिक सूचना रिपोर्ट के अनुसार, भूस्खलन के कारण मंदिर के ट्रैक पर स्थित लोहे के ढांचे का एक हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया है। बचाव और राहत कार्य जारी है, और स्थानीय प्रशासन स्थिति पर निगरानी बनाए हुए है।
इससे पहले भी हुआ था हादसा
मिली जानकारी के अनुसार इससे पहले, जनवरी 2022 में भी वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़ की घटना हुई थी, जिसमें 12 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी और 16 लोग घायल हो गए थे। दोनों घटनाओं ने यात्रा की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए हैं और अधिकारियों को सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
फ़िलहाल अधिकारीयों ने कहा कि भूस्खलन के तुरंत बाद बचाव अभियान शुरू किया गया और ट्रैक पर तीर्थयात्रियों की आवाजाही रोक दी गई। इस हादसे के कारण मंदिर जाने वाले मार्ग पर सुरक्षा और राहत कार्यों की स्थिति की निगरानी की जा रही है।