महाविकास अघाड़ी ने महायुति गठबंधन के नेताओं पर वसई विरार में पैसे बांटने का आरोप लगाया। विपक्षी पार्टी BVA ने विनोद तावड़े को मुंबई के एक होटल के बाहर घेर लिया, लेकिन तावड़े ने आरोपों को झूठा बताया।
Vinod Tawde: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले बुधवार को बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पार्टी के जनरल सेक्रेटरी विनोद तावड़े पर वसई विरार में कथित तौर पर वोटर्स को पैसे बांटने का आरोप लगाया गया। इस घटना के बाद विनोद तावड़े का नाम गूगल सर्च पर ट्रेंड करने लगा।
होटल में पैसे बांटने का आरोप
बहुजन विकास अघाड़ी (BVA) के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि विनोद तावड़े विरार ईस्ट के एक होटल में पैसे बांट रहे थे। बीवीए के नेताओं ने होटल में घुसकर तावड़े पर नकदी फेंकी, जिससे हंगामा मच गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तावड़े को होटल से बाहर निकाला।
विनोद तावड़े की प्रतिक्रिया
विनोद तावड़े ने इस आरोप को झूठा बताया और कहा कि वह नालासोपारा में विधायकों की बैठक में थे, जिसमें चुनावी आचार संहिता और मतदान की प्रक्रिया पर चर्चा हो रही थी। उन्होंने कहा कि अगर आरोप सही नहीं हैं तो चुनाव आयोग और पुलिस को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए और सीसीटीवी फुटेज की जांच करनी चाहिए।
BVA का आरोप
BVA के नेता हितेंद्र ठाकुर ने आरोप लगाया कि तावड़े और बीजेपी के अन्य नेताओं ने चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने के लिए वोटर्स को पैसे बांटे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि होटल प्रशासन ने तावड़े की गतिविधियों को छिपाने के लिए सीसीटीवी फुटेज बंद कर दिए थे, जो बाद में दबाव डालने पर चालू किए गए।
चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग
हितेंद्र ठाकुर ने चुनाव आयोग से विनोद तावड़े और बीजेपी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। बीवीए ने आरोप लगाया कि तावड़े और बीजेपी के बीच मिलीभगत थी, जिससे चुनावी प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।