दिल्ली में देवोत्थान एकादशी से शादी सीजन की शुरुआत हो रही है, और इस समय बाजार में खासा उत्साह देखा जा रहा है। महंगाई के बावजूद लोग शादियों पर जमकर खर्च कर रहे हैं, जिससे बैंक्विट हॉल, होटल, कैटरिंग, फूल विक्रेताओं समेत कई अन्य उद्योगों में रौनक हैं।
नई दिल्ली: आज यानी 12 नवंबर को देवोत्थान एकादशी के साथ दिल्ली में शादी सीजन की शुरुआत हो रही है और इस दिन राजधानी में करीब 20,000 से 30,000 शादियों के होने का अनुमान है। इस समय शहर के बैंक्विट हॉल, होटल और अन्य स्थानों पर इन शादियों के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। शादियों के मौसम में डिजाइनर वियर, रेडिमेड कपड़े, फुटवियर, ब्यूटी सलून, पार्लर, इवेंट मैनेजमेंट, कैटरिंग, फूलों और लाइटिंग से लेकर बैंड वालों तक का काम बढ़ जाता हैं।
दिल्ली में फेस्टिवल सीजन खत्म होने के बाद शादी सीजन बाजार के लिए अहम होता है, क्योंकि यह व्यापार में उछाल लेकर आता है। इस दौरान अस्थाई जॉब्स का भी सृजन होता है, जिससे स्थानीय रोजगार को भी बढ़ावा मिलता हैं।
शादी के खर्च में हुई बढ़ोतरी
बैंक्विट हॉल संचालकों के अनुसार, हर साल शादियों पर महंगाई का असर होता है, जो 5 से 10 प्रतिशत तक रहता है, लेकिन इस बार यह बढ़कर अधिक हो गया है। इस वजह से शादियों का खर्च 10 से 15 प्रतिशत तक बढ़ चुका है। इसके अलावा, GRAP (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान) के कारण डीजल जनरेटरों पर पाबंदियों के चलते बैंक्विट हॉलों को बैकअप के लिए अतिरिक्त खर्च करना पड़ रहा है। इसके साथ ही, सब्जियां, फूल, सजावटी सामान और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में भी वृद्धि हुई है, जिससे कैटरिंग का खर्च और भी बढ़ गया हैं।
दिल्ली में व्यापारियों को शादी सीजन में अच्छी कमाई होने की आशंका
शादियों का सीजन दिल्ली में शुरू हो चुका है, और इस दौरान कई प्रमुख इलाके जैसे विकास मार्ग, एसपी मार्ग, द्वारका, एनएच-8, महिपालपुर और मायापुरी रोड पर जाम की समस्या अक्सर देखने को मिलती है। बैंक्विट हॉल संचालक इस सीजन में खुश हैं, क्योंकि शादियों के साथ-साथ रिसेप्शन और अन्य आयोजनों के लिए भी बुकिंग बढ़ी है। मायापुरी के एक बैंक्विट हॉल संचालक ने बताया कि नवंबर और दिसंबर में कई मुहूर्तों पर शादियों के लिए 300 से 800 गेस्ट तक की बुकिंग हो चुकी है। इसके अलावा, पार्किंग व्यवस्था को ठीक से चलाने के लिए अतिरिक्त स्टाफ को नियुक्त किया गया है, ताकि बैंक्विट हॉल के बाहर सड़क पर जाम न लगे।
इसके अलावा, फूलों और फलों की डिमांड भी शादियों के कारण बढ़ गई है। एक इवेंट मैनेजर ने बताया कि इस सीजन में मेहंदी और रिसेप्शन सेरेमनी के लिए भी अच्छी बुकिंग हो रही है, और उनकी कंपनी के पास दिल्ली, गुरुग्राम और नोएडा से बुकिंग्स हैं।
दिल्ली कम्युनिटी वेलफेयर बैंक्विट असोसिएशन के प्रेजिडेंट ने कहा कि शादियों के कारोबार में डिमांड के अनुसार बैंक्विट हॉल की संख्या बढ़ती है, जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़ते हैं। इस समय एक मुहूर्त पर दिल्ली के बैंक्विट हॉलों में 12 से 15 हजार शादियां होती हैं, और बड़े मुहूर्तों पर यह संख्या 20 से 25 हजार तक पहुंच जाती हैं।