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Yashwant Verma News: जज वर्मा के घर आग मामले में तीन जजों की कमेटी का निरीक्षण, जांच प्रक्रिया पर फैसला

Yashwant Verma News: जज वर्मा के घर आग मामले में तीन जजों की कमेटी का निरीक्षण, जांच प्रक्रिया पर फैसला
अंतिम अपडेट: 9 घंटा पहले

दिल्ली हाई कोर्ट के जज यशवंत वर्मा के घर आग लगने और अधजले नोट मिलने के मामले में तीन जजों की कमेटी जांच करने उनके घर पहुंची, जांच प्रक्रिया का निर्धारण खुद करेगी।

Yashwant Verma News: दिल्ली हाई कोर्ट के जज यशवंत वर्मा के घर आग लगने के दौरान अधजले नोट मिलने के मामले की जांच के लिए गठित तीन जजों की कमेटी ने दिल्ली स्थित उनके आवास का दौरा किया। इस दौरान कमेटी ने लगभग 45 मिनट तक जज वर्मा के सरकारी आवास में बिताए, और उस कमरे का निरीक्षण किया जहां आग लगी थी। जांच के तरीके और नियमों को कमेटी खुद तय करेगी।

कमेटी के तीन जजों का दौरा

जांच कमेटी में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस शील नागू, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति जी. एस. संधावालिया, और कर्नाटक उच्च न्यायालय की न्यायाधीश अनु शिवरामन शामिल हैं। इन तीनों जजों ने जस्टिस वर्मा के आवास का दौरा किया और आग से प्रभावित कमरे का निरीक्षण किया। हालांकि, कमेटी ने कहा है कि वे जांच के लिए उचित प्रक्रिया और नियम तय करेंगे।

इलाहाबाद हाई कोर्ट में काम नहीं करेंगे जस्टिस वर्मा

सूत्रों के मुताबिक, जस्टिस यशवंत वर्मा का तबादला इलाहाबाद हाई कोर्ट में किया गया है, लेकिन वहां भी वह कोई न्यायिक कार्य नहीं कर सकेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में स्पष्ट किया कि जस्टिस वर्मा का तबादला और उनके खिलाफ कार्रवाई दोनों अलग-अलग प्रक्रियाएं हैं। जस्टिस वर्मा का ट्रांसफर सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा किया गया है और यह नियमों के तहत है, जबकि जांच का मामला अलग है।

जांच प्रक्रिया और कार्रवाई

जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद, जस्टिस वर्मा के मामले में आगामी कार्रवाई की जाएगी। जस्टिस वर्मा के खिलाफ कार्रवाई सिर्फ ट्रांसफर तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि न्यायपालिका पर इसके दूरगामी परिणाम हो सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया है कि जस्टिस वर्मा का तबादला केवल उनके खिलाफ चल रही इन-हाउस जांच से अलग है।

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