ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद, अमेरिका में 538 अवैध प्रवासियों को गिरफ्तार किया गया और सैन्य विमान से निर्वासित किया गया। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने यह जानकारी दी।
US News: डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई को तेज़ कर दिया है। गुरुवार को अमेरिका में सैकड़ों अवैध प्रवासियों को गिरफ्तार किया गया और उन्हें निर्वासित किया गया। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि अमेरिकी अधिकारियों ने 538 अवैध प्रवासियों को गिरफ्तार किया और सैन्य विमान का उपयोग करके सैकड़ों को निर्वासित किया। ट्रंप प्रशासन की यह कार्रवाई अमेरिकी सीमा सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों में से एक है।
538 अवैध प्रवासियों की गिरफ्तारी और निर्वासन
कैरोलिन लेविट ने जानकारी दी कि ट्रंप प्रशासन ने 538 अवैध प्रवासी अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक संदिग्ध आतंकवादी, ट्रेन डी अरागुआ गिरोह के चार सदस्य और कई नाबालिगों के खिलाफ यौन अपराधों के दोषी अवैध प्रवासी अपराधी शामिल हैं। यह गिरफ्तारी और निर्वासन अभियान राष्ट्रपति ट्रंप के वादों को पूरा करने के तहत किया गया है। लेविट ने कहा, "इतिहास का सबसे बड़ा निर्वासन अभियान अच्छी तरह से चल रहा है। वादे किए गए, वादे पूरे किए गए।"
मैक्सिको सीमा पर फिर से बनेगी दीवार
राष्ट्रपति बनने के तुरंत बाद ट्रंप ने कई अहम फैसले लिए। उन्होंने सबसे पहले बाइडन प्रशासन के 78 फैसलों को रद्द कर दिया और यूएस-मेक्सिको सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल घोषित किया। इसके अलावा, ट्रंप ने ऐलान किया कि मैक्सिको सीमा पर फिर से दीवार बनाई जाएगी, जो अवैध प्रवासियों के प्रवेश को रोकने के लिए एक प्रमुख कदम होगा।
सैनिकों की तैनाती और सुरक्षा उपाय
ट्रंप प्रशासन ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने का फैसला लिया है। रक्षा विभाग ने बुधवार को घोषणा की कि वह राष्ट्रपति ट्रंप के आव्रजन आदेशों को पूरा करने के लिए दक्षिणी सीमा पर अतिरिक्त 1,500 सैनिक भेजेगा। इससे पहले भी लगभग 2,500 अमेरिकी राष्ट्रीय गार्ड और रिजर्व बल वहां तैनात हैं। हालांकि, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि कौन से सैनिक या यूनिट वहां भेजे जाएंगे।
सीमाओं की सुरक्षा के लिए सरकार की प्रतिबद्धता
व्हाइट हाउस ने कहा कि इस कार्रवाई के जरिए सरकार हमारे देश की सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दिखा रही है। ट्रंप प्रशासन की यह कार्रवाई अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने और अवैध प्रवासियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।