BRICS Summit 2024: पीएम मोदी ने पुतिन के समक्ष यूक्रेन युद्ध का किया जिक्र, रूस के राष्ट्रपति ने साझा की बैठक की कुछ अहम बातें

BRICS Summit 2024: पीएम मोदी ने पुतिन के समक्ष यूक्रेन युद्ध का किया जिक्र, रूस के राष्ट्रपति ने साझा की बैठक की कुछ अहम बातें
Last Updated: 5 घंटा पहले

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ हुई वार्ता में कहा कि रूस-यूक्रेन संघर्ष का समाधान शांति से किया जाना चाहिए, और भारत इस प्रक्रिया में हरसंभव सहयोग के लिए तैयार है। यह पिछले पांच महीनों में दोनों नेताओं की दूसरी मुलाकात है, जो जुलाई 2024 में भारत-रूस की सालाना बैठक के दौरान भी हुई थी।

BRICS Summit 2024: मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए रूस के कजान पहुंचे पीएम मोदी ने शांति का संदेश दिया। उन्होंने पुतिन को ब्रिक्स की सफल अध्यक्षता के लिए बधाई दी और बताया कि कई देश अब इस समूह में शामिल होने के इच्छुक हैं।

भारत-रूस के संबंधों की मजबूती

पीएम मोदी ने कहा, "मुझे खुशी है कि ब्रिक्स समिट के लिए मुझे कजान जैसे खूबसूरत शहर में आने का अवसर मिला है, जहां भारत के गहरे और ऐतिहासिक संबंध हैं।" उन्होंने कजान में भारत के नए कॉन्सुलेट के उद्घाटन को दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के रूप में देखा।

दोस्ती की नई मिसाल

उन्होंने आगे कहा कि जुलाई में हुए वार्षिक शिखर सम्मेलन के बाद से हर क्षेत्र में सहयोग मजबूत हुआ है। "तीन महीनों में मेरी यह दूसरी यात्रा भारत और रूस के बीच घनिष्ठ समन्वय और गहरी मित्रता को दर्शाती है," उन्होंने कहा।

पीएम मोदी की शांति की अपील

रूस-यूक्रेन संघर्ष के मुद्दे पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "हमारा मानना है कि समस्याओं का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए। हम शांति और स्थिरता की शीघ्र वापसी का पूर्ण समर्थन करते हैं और मानवता को प्राथमिकता देने के लिए हर संभव सहयोग देने के लिए तैयार हैं।"

पुतिन की प्रतिक्रिया

राष्ट्रपति पुतिन ने इस वार्ता के दौरान कहा, "मुझे हमारी जुलाई की मुलाकात याद है, जब हमने कई विषयों पर बहुत अच्छी चर्चा की थी। मैं आपका कजान आने का निमंत्रण स्वीकार करने के लिए आभारी हूं।" उन्होंने भारत-रूस के बीच सहयोग को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि दोनों देश ब्रिक्स के संस्थापक सदस्य हैं और उनके संबंध ऐतिहासिक हैं।

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