ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड और न्यू साउथ वेल्स राज्यों में Cyclone Alfred ने तबाही मचा दी है। इस शक्तिशाली चक्रवात के कारण तीव्र हवाएं, भारी बारिश और बाढ़ का खतरा बढ़ गया हैं।
नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड और न्यू साउथ वेल्स राज्यों में Cyclone Alfred ने तबाही मचा दी है। इस शक्तिशाली चक्रवात के कारण तीव्र हवाएं, भारी बारिश और बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, क्वींसलैंड के दक्षिण-पूर्व में करीब 3.16 लाख घरों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है, जिससे लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। गोल्ड कोस्ट सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से एक है, जहां 1.12 लाख से अधिक घरों में बिजली नहीं हैं।
16 दिनों तक सक्रिय रहा तूफान
चक्रवात अल्फ्रेड पिछले 16 दिनों से समुद्र में सक्रिय था, लेकिन अब यह क्वींसलैंड के तट से टकरा गया है, जिससे हालात और बिगड़ गए हैं। राजधानी ब्रिसबेन और आसपास के क्षेत्रों में भी इसका व्यापक प्रभाव देखा गया। वहीं, इसका असर पड़ोसी राज्य न्यू साउथ वेल्स में भी महसूस किया जा रहा है। प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने इस प्राकृतिक आपदा पर चिंता जताई और कहा कि "तेज हवाओं और अचानक बाढ़ के कारण हालात गंभीर बने हुए हैं।" उन्होंने चेतावनी दी कि आने वाले दिनों में भारी बारिश, तेज़ हवाएं और ऊंची समुद्री लहरों का खतरा बना रहेगा।
ब्यूरो ऑफ मेट्रोलॉजी की चेतावनी
ऑस्ट्रेलिया के मौसम विज्ञान ब्यूरो (BOM) ने भविष्यवाणी की है कि रविवार को क्वींसलैंड में 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। इसके साथ ही ब्रिसबेन, सनशाइन कोस्ट, इप्सविच और जिमपी जैसे क्षेत्रों में अचानक बाढ़ आने की संभावना जताई गई है। ऊर्जा आपूर्ति कंपनी Energex ने कहा कि प्रभावित इलाकों में बिजली बहाल करने के प्रयास जारी हैं। राहत और बचाव दल भी तैनात किए गए हैं ताकि लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।
सरकार और मौसम विभाग लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की गई है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों को जरूरी सामान स्टॉक करने और ऊंचे स्थानों पर जाने की सलाह दी है, ताकि वे किसी भी आपात स्थिति का सामना कर सकें।