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Donald Trump: ट्रंप प्रशासन की बड़ी चूक! सोशल मीडिया ग्रुप चैट में लीक हुआ वार प्लान

Donald Trump: ट्रंप प्रशासन की बड़ी चूक! सोशल मीडिया ग्रुप चैट में लीक हुआ वार प्लान
अंतिम अपडेट: 12 घंटा पहले

ट्रंप प्रशासन की बड़ी चूक! हूती विद्रोहियों पर हमले की योजना ग्रुप चैट में लीक, जिसमें एक पत्रकार भी शामिल था। व्हाइट हाउस जांच में जुटा, रक्षा मंत्री ने पत्रकार पर साधा निशाना।

US Houthi Attack Plan Leak: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन की एक बड़ी चूक सामने आई है। ट्रंप प्रशासन द्वारा यमन के हूती विद्रोहियों पर हमले की योजना बनाई गई थी, लेकिन यह योजना एक सिग्नल ग्रुप चैट में साझा कर दी गई। खास बात यह है कि इस ग्रुप में 'द अटलांटिक' मैगजीन के प्रधान संपादक जेफरी गोल्डबर्ग भी मौजूद थे, जिन्हें इस गोपनीय जानकारी का पता चल गया। इस घटना ने अमेरिका में सुरक्षा प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

ग्रुप चैट में कौन-कौन था शामिल?

सोमवार को व्हाइट हाउस ने स्वीकार किया कि सिग्नल ग्रुप चैट में हूती विद्रोहियों पर हमले को लेकर चर्चा हुई थी। इस ग्रुप में पत्रकार जेफरी गोल्डबर्ग के अलावा रक्षा सचिव पीट हेगसेथ, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज और विदेश मंत्री मार्को रुबियो भी मौजूद थे। व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ब्रायन ह्यूजेस ने भी इस घटना की पुष्टि की और कहा कि यह ग्रुप चैट प्रामाणिक लग रही है।

सुरक्षा समीक्षा में जुटा व्हाइट हाउस

इस मामले के सामने आने के बाद व्हाइट हाउस ने इसकी गहन समीक्षा शुरू कर दी है। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद इस बात की जांच कर रही है कि आखिरकार एक अनजान नंबर को इस गोपनीय ग्रुप चैट में कैसे जोड़ा गया। अमेरिका की सुरक्षा प्रणाली में इस चूक को एक बड़े उल्लंघन के रूप में देखा जा रहा है।

पत्रकार पर उठाए गए सवाल

अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने इस मामले में पत्रकार जेफरी गोल्डबर्ग पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कोई भी वार प्लान सार्वजनिक नहीं किया गया था। उन्होंने गोल्डबर्ग को 'धोखेबाज' और 'तथाकथित पत्रकार' करार देते हुए उन पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया।

ट्रंप ने उड़ाया मजाक

डोनाल्ड ट्रंप ने पत्रकार गोल्डबर्ग के दावे का मजाक उड़ाया। उन्होंने कहा कि उन्हें इस घटना की कोई जानकारी नहीं है। ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर एलन मस्क की एक पोस्ट को रीपोस्ट किया, जिसमें लिखा था कि "किसी शव को छिपाने की सबसे अच्छी जगह अटलांटिक पत्रिका का पेज 2 है, क्योंकि वहां कोई नहीं जाता।"

गलती से पत्रकार को जोड़ा गया ग्रुप में

पत्रकार गोल्डबर्ग ने मीडिया को बताया कि 'वाल्ट्ज' नामक किसी व्यक्ति ने ग्रुप में शामिल होने का अनुरोध भेजा था। बाद में इसी ग्रुप में हूती विद्रोहियों पर हमले की योजना साझा की गई। गोल्डबर्ग ने बताया कि उन्हें लगा कि यह कोई अन्य वाल्ट्ज होगा, लेकिन जब हमले के बाद ग्रुप में बधाई संदेश भेजे जाने लगे, तब उन्हें विश्वास हो गया कि यह वास्तव में ट्रंप प्रशासन का आधिकारिक ग्रुप था।

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