अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ईरान को परमाणु समझौता न करने पर बमबारी की धमकी देने के बाद, ईरान ने पलटवार करते हुए चेतावनी दी है कि यदि अमेरिका या इजरायल ने हमला किया तो ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
तेहरान: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ईरान को परमाणु समझौता न करने पर बमबारी की धमकी देने के बाद, ईरान ने पलटवार करते हुए चेतावनी दी है कि यदि अमेरिका या इजरायल ने हमला किया तो ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। यह बयान ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई के प्रमुख सलाहकार अली लारीजानी ने दिया हैं।
लारीजानी ने रविवार (31 मार्च) को सरकारी टीवी से कहा, "हम परमाणु हथियारों की ओर नहीं बढ़ रहे, लेकिन यदि किसी ने हम पर हमला किया, तो हमें अपनी सुरक्षा के लिए इस रास्ते पर जाने के लिए मजबूर किया जाएगा।" उन्होंने कहा कि ईरान किसी भी सैन्य कार्रवाई का कड़ा विरोध करेगा, और यदि अमेरिका या इजरायल ने हमला किया, तो ईरान परमाणु हथियार बनाने के लिए कदम उठा सकता है, क्योंकि उनके पास और कोई विकल्प नहीं होगा।
ट्रंप की धमकी और ईरान का इनकार
29 मार्च को ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि यदि ईरान परमाणु समझौता करने से इनकार करता है, तो वह ईरान पर ऐसी बमबारी करेगा, जैसी उसने कभी नहीं देखी होगी। इसके साथ ही उन्होंने ईरान को सेकेंड्री टैरिफ के तहत सजा देने की भी धमकी दी। ट्रंप के इस बयान के बाद, ईरान ने सीधी बातचीत से इनकार करते हुए कहा कि वह ट्रंप से वार्ता करने के बजाय पर्दे के पीछे बातचीत के लिए तैयार हैं।
इजरायल पर भी हमला करने की चेतावनी
लारीजानी ने केवल अमेरिका को ही नहीं, बल्कि इजरायल को भी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका और इजरायल ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर हमला किया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। ईरान के परमाणु कार्यक्रम को बमबारी से नष्ट नहीं किया जा सकता, और इस स्थिति में ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने की मजबूरी आ सकती हैं।
अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ता तनाव
अमेरिका और ईरान के बीच तनाव पिछले कुछ समय से बढ़ता जा रहा है, खासकर जब से ट्रंप ने ईरान के साथ 2015 में हुए परमाणु समझौते से बाहर निकलने का फैसला लिया था। ईरान ने ट्रंप से सीधे बातचीत करने से मना कर दिया है, लेकिन इसके बावजूद दोनों देशों के बीच कूटनीतिक बातचीत की संभावना बनी हुई हैं।
ईरान ने इस हालात में अमेरिका और इजरायल को चेतावनी दी है कि यदि उन्होंने अपनी धमकियों को कार्रवाई में बदला, तो वे परमाणु हथियार बनाने के लिए मजबूर होंगे। इस खतरनाक स्थिति के बाद, दुनिया भर में इस संकट को लेकर चिंताएं और अधिक गहरी हो गई हैं।