इजरायल और ईरान के बीच तनाव में तेजी से वृद्धि हो रही है। इजरायली सैन्य प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी ने स्पष्ट किया है कि यदि ईरान ने इजरायल पर एक और मिसाइल हमला करने की कोशिश की, तो इजरायली सेना उस पर कड़ा जवाब देने के लिए तैयार है।
25 अक्टूबर की रात को इजरायल ने ईरान के ठिकानों पर हवाई हमले किए थे। यह कार्रवाई 1 अक्टूबर को ईरान द्वारा इजरायल पर किए गए मिसाइल हमलों के बाद की गई। दोनों देशों के बीच स्थिति और भी गंभीर होती जा रही है, जिससे क्षेत्र में सुरक्षा चिंताओं में वृद्धि हो रही है।
इजरायल ने एक बार फिर ईरान को चेतावनी दी है। इजरायली सैन्य प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी ने स्पष्ट किया है कि यदि ईरान ने एक बार फिर इजरायल पर हमले का प्रयास किया, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि अगर ईरान ने इजरायल पर एक और मिसाइल हमला करने की गलती की, तो इजरायली सेना उसे कड़ा जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
ईरान पर इजरायल का संभावित जोरदार हमला
लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी ने चेतावनी दी है कि यदि ईरान ने एक और मिसाइल हमला किया, तो इजरायल उस ताकत का इस्तेमाल करेगा जिसे उसने अब तक ईरान के खिलाफ नहीं किया है। उनका यह बयान इस बात की पुष्टि करता है कि इजरायल किसी भी तरह की provocations के खिलाफ पूरी तैयारी में है।
इजरायल ने दिया ईरान के मिसाइलों का जवाब, हमले की योजना तैयार
इजरायल ने स्पष्ट किया है कि उसने ईरान के कुछ ठिकानों को निशाने पर रखा है, जिन पर वह हमला कर सकता है। 25 अक्टूबर की रात को इजरायल ने ईरान पर हवाई हमले किए, जिसमें 100 लड़ाकू विमानों ने तड़के ईरान के आसमान में दाखिल होकर ताबड़तोड़ बमबारी की।
इस अभियान को 'ऑपरेशन डेज ऑफ रिपेंटेंस' (पछतावे के दिन) नाम दिया गया। हमले के बाद इजरायल ने ईरान को चेतावनी दी कि अगर फिर से हमले हुए, तो परिणाम बहुत गंभीर होंगे।
अमेरिका ने भी ईरान को दी चेतावनी, तनाव बढ़ने की आशंका
इजरायल की ओर से किए गए मिसाइल हमलों के बाद, अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड जे ऑस्टिन ने चेतावनी दी है कि "ईरान को इजरायल के हमलों का जवाब देने की गलती नहीं करनी चाहिए। इससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ेगा।"
इससे पहले, 1 अक्टूबर को ईरान ने इजरायल पर 180 से ज्यादा मिसाइलें दागी थीं, जिनमें से अधिकांश को इजरायल की डिफेंस सिस्टम ने नष्ट कर दिया। इसके बाद, इजरायल ने ईरान को चेतावनी दी थी कि अगर दोबारा ईरान की ओर से हमले हुए तो अंजाम गंभीर होंगे।
भारत ने ईरान-इजरायल संघर्ष पर जताई चिंता, शांति की अपील
इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष को लेकर भारत ने अपनी चिंताओं का इजहार किया है। 25 अक्टूबर को ईरान पर हुए मिसाइल हमलों के बाद, भारत के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी किया जिसमें शांति की अपील की गई।
विदेश मंत्रालय ने कहा, "इस शत्रुता से किसी को कोई फायदा नहीं होगा। हम संबंधित पक्षों से संयम बरतने और बातचीत एवं कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान करते हैं। निर्दोष बंधकों और नागरिकों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है।"
भारत ने यह भी बताया कि उनके मिशन स्थानीय भारतीय समुदाय के संपर्क में हैं, ताकि स्थिति को बेहतर ढंग से समझा जा सके और आवश्यक सहायता प्रदान की जा सके।