इजरायल और हमास ने सीजफायर पर सहमति जताई। समझौते के तहत गाजा में बंधकों और कैदियों की रिहाई शुरू होगी। 15 महीने के युद्ध पर अब विराम लगेगा।
Israel-Hamas Ceasefire: इजरायल और हमास के बीच लंबे संघर्ष के बाद आखिरकार सीजफायर पर सहमति बन गई है। मंगलवार को हमास ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत दोनों पक्षों ने 15 महीने से चल रहे युद्ध को समाप्त करने पर सहमति व्यक्त की है।
बंधकों और कैदियों की रिहाई शुरू होगी
समझौते के अनुसार, हमास गाजा में बंधक बनाए गए इजरायली नागरिकों को रिहा करेगा। बदले में, इजरायल हमास के 250 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ देगा। सीजफायर डील के पहले चरण में हमास 33 बंधकों को रिहा करेगा, जिनमें 5 महिलाएं शामिल हैं। इसके 15 दिन बाद बाकी बंधकों को भी छोड़ा जाएगा।
हमास ने 7 अक्टूबर को किया था हमला
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर बड़ा हमला किया था। इस हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए और 250 से अधिक लोग बंधक बना लिए गए। इसके जवाब में इजरायल ने गाजा पर आक्रमण शुरू किया, जिसमें अब तक 46,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
अमेरिकी अधिकारियों ने जताई उम्मीद
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि अगले कुछ दिनों में युद्धविराम लागू हो सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन इस ऐतिहासिक समझौते पर जल्द ही बयान देंगे। उन्होंने इसे क्षेत्र में शांति स्थापना की दिशा में बड़ा कदम बताया है।
समझौते के प्रमुख बिंदु
- हजारों विस्थापित गाजा निवासियों की उनके घरों में वापसी सुनिश्चित होगी।
- इजरायल में सैकड़ों फिलिस्तीनी बंदियों की रिहाई की जाएगी।
- हमास द्वारा बंधक बनाए गए दर्जनों लोगों को क्रमिक रूप से छोड़ा जाएगा।
ट्रंप ने दी जानकारी
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस समझौते की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की। उन्होंने लिखा, "हमने मध्य पूर्व में बंधकों की रिहाई के लिए एक ऐतिहासिक समझौता किया है। सभी बंधकों को जल्द ही रिहा किया जाएगा।"
आईडीएफ ने ऑपरेशन का नाम दिया
इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने बंधकों की वापसी के इस अभियान को 'विंग्स ऑफ फ्रीडम' नाम दिया है। इस ऑपरेशन के तहत रिहाई प्रक्रिया को सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से अंजाम दिया जाएगा।