इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के आवास पर ड्रोन से हमले की खबर सामने आने के बाद स्थिति गंभीर हो गई है। इस हमले के बाद इजरायल के विदेश मंत्री ने ईरान पर सीधा आरोप लगाया है। उन्होंने ईरान की ओर इशारा करते हुए कहा, "झूठ मत बोलो, आपका झूठ काम नहीं आएगा।
गाजा: इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच बढ़ते तनाव के बीच स्थिति और भी खतरनाक हो गई है। हिजबुल्लाह द्वारा इजरायल पर रॉकेट हमलों के बाद, इजरायली वायु सेना ने बेरूत में स्थित हिजबुल्लाह के आतंकी ठिकानों पर जोरदार बमबारी की। इसके साथ ही इजरायल ने गाजा में हमास के ठिकानों को भी निशाना बनाया। इजरायल इन हमलों को ईरान समर्थित आतंकी समूहों की गतिविधियों के जवाब में बता रहा है, विशेषकर हिजबुल्लाह और हमास जैसे संगठनों के खिलाफ।
संयुक्त राष्ट्र में ईरान ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर हुए कथित ड्रोन हमले में अपनी भूमिका से साफ इनकार करते हुए इसे हिजबुल्लाह की कार्रवाई बताया। हालांकि, इजरायल के विदेश मंत्री इजरायल कैट्स ने ईरान पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि यह घटना ईरान की साजिश थी और उन्होंने ईरान पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। कैट्स का कहना है कि ईरान इन आतंकवादी गतिविधियों के लिए जिम्मेदार है और इस तरह के हमलों के पीछे उसका ही हाथ हैं।
इजरायल के विदेश मंत्री ने ट्वीट में क्या कहा?
इजरायल के विदेश मंत्री के इस ट्वीट में स्पष्टता से ईरान के प्रति अपनी तीखी नाराजगी और क्षेत्र में उसके प्रभाव को लेकर चिंता व्यक्त की गई है। उन्होंने ईरान पर आरोप लगाया कि वह हिजबुल्लाह जैसे समूहों को अपने नियंत्रण में रखता है और उन्हें एक स्वतंत्र इकाई के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहा है।उनके बयान से यह स्पष्ट होता है कि इजरायल ईरान के समर्थन वाले आतंकवादी समूहों के खिलाफ अपनी सैन्य कार्रवाई जारी रखने के लिए दृढ़ संकल्पित है। विदेश मंत्री ने कहा कि इजरायल के नागरिकों, सैनिकों और नेताओं को नुकसान पहुंचाने के किसी भी प्रयास का कड़ा जवाब दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नेतन्याहू का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि इजरायल अपने लक्ष्यों को हासिल करने तक आतंकवादियों और उनके समर्थकों पर लगातार हमले जारी रखेगा। यह भी उल्लेखनीय है कि इजरायल बंधकों को वापस लाने और उत्तरी सीमा के निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
बेंजामिन नेतन्याहू के आवास पर हुआ हमला
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हिजबुल्लाह द्वारा उनके आवास पर हुए हमले के बाद स्पष्टता से अपनी स्थिति रखी है। उनके बयान से यह प्रतीत होता है कि वे इस हमले को गंभीरता से लेते हैं, लेकिन इसके बावजूद वे अपने देश की सुरक्षा के लिए एक दृढ़ संकल्पित दृष्टिकोण बनाए रखते हैं। नेतन्याहू ने हिजबुल्लाह को ईरान के प्रॉक्सी के रूप में पहचाना और इस हमले को एक "गंभीर गलती" करार दिया।
उनका यह कहना कि यह हमला उन्हें और इजरायल को अपने दुश्मनों के खिलाफ जारी लड़ाई से नहीं रोक सकता, इस बात का संकेत है कि इजरायल अपने सुरक्षा लक्ष्यों के प्रति गंभीर है और वह आगे भी अपनी कार्रवाई जारी रखेगा। हिजबुल्लाह द्वारा उत्तरी इजरायल पर 100 से अधिक रॉकेट दागने की घटना और उसके परिणामस्वरूप एक व्यक्ति की मौत और 10 लोगों के घायल होने की खबर भी चिंता का विषय है। यह स्थिति न केवल इजरायल के लिए, बल्कि समग्र क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी चुनौतीपूर्ण हैं।