इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के घर पर हुए हमले को लेकर इजरायल में गुस्सा फैल गया है। इस हमले के बाद, इजरायल की सत्ता में बैठी पार्टी और अन्य सभी राजनीतिक पार्टियों ने इस हमले की कड़ी निंदा की हैं।
बेरुत: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के घर पर एक बार फिर हमला हुआ है। टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, यह हमला नेतन्याहू के सीजेरिया स्थित आवास पर किया गया था, जब दो फ्लेयर (आग के गोले) प्रधानमंत्री के घर के आंगन में गिराए गए। इजरायली पुलिस ने इस घटना की पुष्टि की है, लेकिन इस हमले के पीछे किसका हाथ है और यह कहां से किया गया था, इस बारे में पुलिस ने अभी तक कोई जानकारी साझा नहीं की है। इस हमले ने इजरायल की सुरक्षा को लेकर चिंता को और बढ़ा दिया है, और मामले की जांच जारी हैं।
सुरक्षा एजेंसियों ने दिया बयान
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के घर पर हुए हमले को लेकर इजरायली सुरक्षा एजेंसी शिन बेट ने एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि इस हमले में किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ। बयान में यह भी बताया गया कि हमले के समय प्रधानमंत्री नेतन्याहू और उनका परिवार अपने आवास पर मौजूद नहीं थे। हालांकि, इस घटना की गहनता से जांच शुरू कर दी गई हैं।
यह घटना एक महीने में दूसरी बार हुई है जब प्रधानमंत्री नेतन्याहू को निशाना बनाया गया है। इससे पहले, 19 अक्टूबर को हिजबुल्लाह ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू के घर पर एक ड्रोन हमला किया था। इस हमले में इस्तेमाल किया गया ड्रोन नेतन्याहू के घर के पास स्थित एक इमारत पर गिरा, लेकिन किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ।
बेंजामिन नेतन्याहू के घर पर हुए हमले की राजनीतिक दलों ने की घोर निंदा
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के घर पर हुए हमले की इजरायल के सभी राजनीतिक दलों ने घोर निंदा की है। विपक्ष के नेता यायर लैपिड और बेनी गेंट्ज ने हमले के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने सोशल मीडिया पर कहा कि "हद पार कर दी गई है" और उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों से तत्काल इस मामले में एक्शन लेने का आह्वान किया।
हालांकि, इजरायल के आयरन डोम मिसाइल रक्षा प्रणाली के बावजूद, सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रणाली छोटे रॉकेट्स, मिसाइल्स और ड्रोन जैसे कम दूरी के खतरों का सामना करने में नाकाम हो रही है। यरुशलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, रक्षा विशेषज्ञ लिरन एंटेबी का कहना है कि ड्रोन काफी कम ऊंचाई पर उड़ते हैं और उनमें विस्फोटक होते हैं, जिससे उन्हें निशाना बनाना जोखिमपूर्ण हो सकता है और इससे नागरिकों को नुकसान भी हो सकता है।
इजरायल के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि यदि इजरायल पर बड़े पैमाने पर ड्रोन या मिसाइलों से हमला होता है, तो इससे निपटने के लिए इजरायल के पास पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। हालांकि कुछ मिसाइलों को रोका जा सकता है, लेकिन अचानक होने वाले कई हमलों को रोकना आयरन डोम के लिए भी संभव नहीं है।