Kashmir: कश्मीर के शिया समुदाय का इजराइल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, जुमे की नमाज पर कश्मीर से दिल्ली तक लगाए खामेनेई के पोस्टर

Kashmir: कश्मीर के शिया समुदाय का इजराइल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, जुमे की नमाज पर कश्मीर से दिल्ली तक लगाए खामेनेई के पोस्टर
Last Updated: 04 अक्टूबर 2024

तेहरान की ग्रैंड मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने एक महत्वपूर्ण तकरीर की। इस दौरान उन्होंने इजरायल पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि दुनिया में मुसलमानों का एक ही दुश्मन है। खामेनेई ने सभी मुस्लिम समुदायों से अपील की कि वे इस दुश्मन को पराजित करने के लिए एकजुट हों।

Delhi: हिज्बुल्लाह ने शुक्रवार को अपने नेता हसन नसरल्लाह का जनाजा निकाला, जो इजरायली हमले में मारे गए थे, और उसे अस्थायी रूप से एक गुप्त स्थान पर दफन किया गया। संगठन को यह चिंता थी कि इजरायल बड़े जनाजे को लक्षित कर सकता है। एक लेबनानी अधिकारी ने, जो नाम उजागर नहीं करना चाहता था, AFP को बताया कि हिज्बुल्लाह ने अमेरिकी सरकार से 'गारंटी' मांगने की कोशिश की थी ताकि नसरल्लाह के लिए एक भव्य जनाजे का आयोजन किया जा सके। लेकिन दक्षिणी बेरूत में इजरायली बमबारी जारी रहने के कारण, ऐसी कोई गारंटी नहीं मिल पाई।

खामेनेई ने विश्व के मुस्लिम समुदाय से की अपील

तेहरान की ग्रैंड मस्जिद में ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने जुमे की नमाज के बाद एक महत्वपूर्ण तकरीर की। उन्होंने इजरायल पर निशाना साधते हुए कहा कि आज की दुनिया में मुसलमानों का एक ही दुश्मन है। खामेनेई ने विश्व के मुस्लिम समुदाय से अपील की कि वे इस दुश्मन को हराने के लिए एकजुट हों। इस बीच, भारत के विभिन्न राज्यों में भी जुमे की नमाज के बाद मुसलमानों ने इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन किए। कश्मीर के शिया बहुल क्षेत्रों में भी इजरायल विरोधी प्रदर्शन देखने को मिले। प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की टुकड़ियां तैनात की थीं।

जुमे की नमाज के बाद इजरायल विरोधी प्रदर्शन

दिल्ली के जोरबाग क्षेत्र में स्थित शाह--मर्दां मस्जिद के बाहर हिज्बुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह के पोस्टर लगाए गए, जिनमें उन्हें शहीद के रूप में दर्शाया गया है। जुमे की नमाज के बाद यहां इजरायल विरोधी प्रदर्शन भी हुआ। वहीं, बिहार के मुजफ्फरनगर में हिज्बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की कथित मौत और उन्हें आतंकवादी कहे जाने के खिलाफ शिया मुसलमानों ने गुरुवार शाम को विरोध प्रदर्शित किया और एक कैंडल मार्च निकाला।

शिया धर्मगुरु सैयद मोहम्मद काजीम शबीब की अगुवाई में लोगों ने कमरा मोहल्ला इमाम चौक से सरैयागंज टावर तक कैंडल मार्च निकाला। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने नसरल्लाह की तस्वीरें हाथ में लेकर उन्हें शहीद बताया और इजरायल के खिलाफ जोरदार नारे लगाए।

‘इजरायल ने फिलिस्तीन पर कब्जा कर रखा है’ - मौलाना काजीम

मौलाना काजीम शबीब ने कहा, "इजरायल ने फिलिस्तीन पर कब्जा कर रखा है। भारत के कुछ लोग लगातार इजरायल का समर्थन कर रहे हैं। हसन नसरल्लाह इजरायल के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे थे, लेकिन उन्हें आतंकवादी कहा जा रहा है, जो कि बहुत गलत है। इजराइल ने गाजा में 22 हजार बच्चों की हत्या की है, फिर उसे आतंकवादी क्यों नहीं कहा जा रहा है? हम भारत सरकार से निवेदन करते हैं कि फिलिस्तीन का समर्थन करें, क्योंकि भारत ने हमेशा पीड़ितों की रक्षा की है।"

इजरायल द्वारा ईरान के मिसाइल हमले का किया समर्थन-कल्बे जव्वाद

लखनऊ के शिया धर्मगुरु कल्बे जव्वाद ने इजरायल द्वारा ईरान के मिसाइल हमले का समर्थन करते हुए कहा कि यह कदम आत्मरक्षा में उठाया गया है। जव्वाद ने कहा, "इजरायल प्रतिदिन 30 से 40 लोगों को मार रहा है, यहां तक कि 1-1 महीने के बच्चों को भी नहीं छोड़ रहा। लेकिन कोई भी उसे आतंकवादी नहीं कह रहा। इजरायल को इसके लिए सजा मिलनी चाहिए, क्योंकि उसने मानवता के खिलाफ कार्य किए हैं।

ग्रेटर इजरायल के नक्शे में मक्का, मदीना और आधा सऊदी अरब शामिल है। उनका असली मकसद मक्का और मदीना पर कब्जा करना है। अगर आज कोई नक्शे में कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा दिखाता है, तो भारत के लोग भड़क उठते हैं। जबकि इजरायल अपने नक्शे में पांच देशों को दिखा रहा है, और लोग हमें हमलावर कह रहे हैं। क्या हम चुपचाप बैठकर सब कुछ सहन करते रहें?"

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