उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया पर आरोप लगाया है कि उसने इस महीने तीन बार रात के समय प्योंगयांग के हवाई क्षेत्र में ड्रोन उड़ाकर उत्तर कोरिया का विरोध करने वाले पर्चे गिराए हैं। इस घटना को लेकर उत्तर कोरियाई अधिकारियों ने सख्त निंदा की है और इसे अपने देश की सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा बताया हैं।
सियोल: किम जोंग उन की अगुवाई वाली उत्तर कोरिया की सरकार एक बार फिर दक्षिण कोरिया से भिड़ने की तैयारी कर रही है। शनिवार को उत्तर कोरिया ने दावा किया कि उसे अपनी राजधानी प्योंगयांग में एक तलाश अभियान के दौरान एक दक्षिण कोरियाई ड्रोन के अवशेष मिले हैं, जिससे यह साबित होता है कि इस महीने की शुरुआत में शहर के हवाई क्षेत्र में ड्रोन की कथित घुसपैठ के पीछे दक्षिण कोरिया की सेना का हाथ था।
उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ ने कुछ तस्वीरें जारी की हैं, जिनमें एक क्षतिग्रस्त विमान दिखाया गया है, जिसके चौड़े, वी-आकार के पंख हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर कोरिया की सेना और सरकारी सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त जांच से यह पता चला है कि 13 अक्टूबर को मिला ड्रोन वैसा ही है, जैसा ड्रोन अक्टूबर की शुरुआत में दक्षिण कोरियाई सैन्य परेड में दिखाई दिया था।
उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया पर लगाया आरोप
उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसने इस महीने तीन बार रात के समय प्योंगयांग के हवाई क्षेत्र में ड्रोन उड़ाकर उत्तर कोरिया का विरोध करने वाले पर्चे गिराए हैं। इसके साथ ही उत्तर कोरिया ने धमकी दी है कि अगर ऐसा दोबारा हुआ, तो वह बलपूर्वक जवाब देगा। उत्तर कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि प्योंगयांग में कथित रूप से मिला ड्रोन संभवतः उन ड्रोन में से एक है, जिसका उपयोग पर्चे गिराने के लिए किया गया था। हालांकि, मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि करने के लिए और जांच की आवश्यकता बताई है। इस घटनाक्रम से दोनों कोरियाओं के बीच तनाव और बढ़ सकता हैं।
किम जोंग ने कहा- फिर से ऐसी हरकत की तो दिया जाएगा जवाब
उत्तर कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर दक्षिण कोरिया इस बात से इनकार करता है कि प्योंगयांग के हवाई क्षेत्र में ड्रोन का उपयोग पर्चे गिराने के लिए किया गया था, तो इसे दक्षिण कोरिया की सेना द्वारा उत्तर कोरिया के हवाई क्षेत्र में एक और घुसपैठ के रूप में माना जाएगा। मंत्रालय ने कहा कि यदि उत्तर कोरिया अपनी क्षेत्रीय जमीन, हवाई क्षेत्र, और जल क्षेत्र का उल्लंघन होने की पुष्टि करता है, तो इसे "युद्ध की घोषणा" माना जाएगा, और तत्काल जवाबी कार्रवाई की जाएगी।