प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुवैत यात्रा ने भारत और कुवैत के द्विपक्षीय संबंधों को एक नई दिशा दी है। इस यात्रा के दौरान दोनों देशों ने अपने रिश्तों को रणनीतिक साझेदारी तक पहुंचाने का फैसला किया।
कुवैत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी दो दिवसीय कुवैत यात्रा के दौरान कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के साथ व्यापक वार्ता की, जिससे भारत और कुवैत के रिश्ते रणनीतिक साझेदारी के नए स्तर पर पहुंच गए। इस यात्रा के दौरान ऊर्जा, व्यापार, स्वास्थ्य, शिक्षा, और रक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी। दोनों देशों ने तेल और गैस क्षेत्र में सहयोग के साथ-साथ नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं पर काम करने का फैसला किया।
कुवैत ने भारत में निवेश बढ़ाने की इच्छा जताई, विशेष रूप से इंफ्रास्ट्रक्चर और तकनीकी क्षेत्रों में। इसके अलावा, कुवैत में रह रहे भारतीय समुदाय की बेहतरी और उनके अधिकारों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने पर भी चर्चा हुई। रक्षा और समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के साथ-साथ स्वास्थ्य और शिक्षा में साझेदारी को मजबूत बनाने पर सहमति बनी।
पीएम मोदी और कुवैत के अमीर शेख मेशाल के बीच बातचीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुवैत यात्रा के दौरान कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया गया। वार्ता के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी, औषधि, फिनटेक, बुनियादी ढांचे, और सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया गया।
पीएम मोदी ने अपनी बातचीत को बेहद सकारात्मक और लाभदायक बताते हुए ट्वीट किया, "कुवैत के महामहिम अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के साथ शानदार बैठक हुई।"
भारत और कुवैत बने रणनीतिक साझेदार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुवैत की यात्रा करने वाले 43 वर्षों में पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। इससे पहले, 1981 में भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कुवैत यात्रा की थी। पीएम मोदी ने अपनी कुवैत यात्रा के दौरान कहा, "हमारे देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों के अनुरूप हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक स्तर तक बढ़ाया है, और मैं आशावादी हूं कि आने वाले समय में हमारी दोस्ती और भी अधिक विकसित होगी।" कुवैत भारत का एक प्रमुख व्यापारिक साझेदार है, और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार वित्त वर्ष 2023-24 में 10.47 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच चुका हैं।
कुवैत भारत का छठा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता है, और भारत का कुवैत को निर्यात भी पहली बार दो अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचा है। इस यात्रा से भारत और कुवैत के बीच आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूती मिली है, जो आने वाले समय में दोनों देशों के रिश्तों को और अधिक प्रगति की ओर ले जाएगी।