PM Modi का अमेरिका दौरा! भारत को मिल सकते हैं 6 बड़े फायदे, जानिए पूरी जानकारी 

PM Modi का अमेरिका दौरा! भारत को मिल सकते हैं 6 बड़े फायदे, जानिए पूरी जानकारी 
अंतिम अपडेट: 13 घंटा पहले

पीएम मोदी अगले महीने फरवरी में अमेरिका दौरे पर जा सकते हैं। यह दौरा कूटनीति और कारोबार के लिहाज से अहम रहेगा, जिससे भारत को 6 बड़े फायदे मिल सकते हैं।

PM Modi: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद पीएम मोदी और ट्रंप के बीच पहली बार फोन पर बातचीत हुई। अब खबर है कि पीएम मोदी अगले महीने, यानी फरवरी में अमेरिका का दौरा कर सकते हैं। यह दौरा न केवल कूटनीति और कारोबार के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होगा, बल्कि इससे भारत को कई बड़े फायदे हो सकते हैं। यहां जानिए पूरी डिटेल।

ट्रंप और पीएम मोदी की फोन पर बातचीत

डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद पीएम मोदी ने उन्हें फोन पर बधाई दी। दोनों नेताओं के बीच यह बातचीत सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि भारत और अमेरिका के बीच बढ़ती दोस्ती और सहयोग को दर्शाती है। पीएम मोदी ने इस बातचीत में वैश्विक शांति, सुरक्षा और समृद्धि के लिए दोनों देशों के सहयोग पर जोर दिया। पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि भारत और अमेरिका दोनों देशों के बीच परस्पर लाभ और विश्वासपूर्ण साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं।

अवैध प्रवासियों को भारत भेजने पर हुई चर्चा

ट्रंप और पीएम मोदी की बातचीत के दौरान एक महत्वपूर्ण मुद्दा अवैध प्रवासियों का भी उठा। अमेरिका ने भारत से करीब 18 हजार भारतीयों को वापस भेजने की योजना पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों को और मजबूती देने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया है।

ट्रंप की 'फोन' कूटनीति और भारत-अमेरिका रिश्ते

चीन के खिलाफ अपनी सख्त नीतियों के लिए प्रसिद्ध ट्रंप ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी फोन पर बातचीत की थी। वहीं, भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए पीएम मोदी के आगामी दौरे से काफी लाभ हो सकता है।

भारत-अमेरिका के रिश्तों में और गहरी होगी साझेदारी

1. क्वाड का सम्मेलन और भारत-अमेरिका की करीबी: इस साल भारत में होने वाले क्वाड सम्मेलन से भारत और अमेरिका के रिश्ते और मजबूत हो सकते हैं। इस सम्मेलन के दौरान दोनों देशों के बीच करीबी सहयोग दिखेगा, खासकर चीन के खिलाफ।

2. टैरिफ पर चर्चा: पीएम मोदी के दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच टैरिफ नीतियों पर सार्थक बातचीत हो सकती है। इससे भारत को व्यापार में राहत मिल सकती है, विशेषकर स्टील, महंगी बाइक्स और इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं पर टैरिफ में कमी संभव हो सकती है।

3. हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन की दादागिरी को रोकना: पीएम मोदी और ट्रंप के बीच सहयोग से हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती ताकत को नियंत्रित किया जा सकता है। दोनों देशों के रक्षा संबंध भी मजबूत हैं, जो इस क्षेत्र में चीन के प्रभाव को कम करने में मदद करेंगे।

4. डिफेंस सेक्टर में सहयोग: भारत और अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग पहले से ही मजबूत है। पीएम मोदी के दौरे से भारत को अपने रक्षा क्षेत्र में और मजबूती मिल सकती है, खासकर लड़ाकू विमान तेजस के लिए इंजन आपूर्ति में हो रही देरी को दूर किया जा सकता है।

5. तकनीकी क्षेत्र में सहयोग: चीन के दबदबे को काउंटर करने के लिए अमेरिका और भारत मिलकर काम कर सकते हैं, खासकर सेमीकंडक्टर क्षेत्र में। इससे दोनों देशों को तकनीकी लाभ मिल सकता है और चीन का प्रभुत्व कम किया जा सकता है।

6. स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप में वृद्धि: भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय कारोबार में लगातार वृद्धि हो रही है। 2022 में भारत ने अमेरिका को 191.8 अरब डॉलर का कारोबार किया, जिसमें से 118 अरब डॉलर का 'एक्सपोर्ट' था। यह दोनों देशों के रिश्तों में और मजबूती की ओर इशारा करता है।

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