व्हाइट हाउस में जो बाइडन और ट्रंप की पहली मुलाकात, अमेरिकी चुनाव नतीजों के बाद इतिहासिक बैठक

व्हाइट हाउस में जो बाइडन और ट्रंप की पहली मुलाकात, अमेरिकी चुनाव नतीजों के बाद इतिहासिक बैठक
Last Updated: 11 घंटा पहले

नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और राष्ट्रपति जो बाइडन ने अमेरिकी चुनाव के बाद व्हाइट हाउस में पहली बार मुलाकात की। दोनों नेताओं ने जनवरी में सत्ता के सुचारू हस्तांतरण का वादा किया और ओवल ऑफिस में बैठक की।

वाशिंगटन: अमेरिका में करीब चार वर्षों तक कट्टर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी रहे राष्ट्रपति जो बाइडन और निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को व्हाइट हाउस में मुलाकात की। इस मुलाकात में बाइडन ने पूर्व वादे के अनुसार जनवरी में सत्ता का सामान्य तरीके से हस्तांतरण करने का वचन दिया। ओवल हाउस में हुई यह मुलाकात सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुई, जहां दोनों नेताओं ने एक-दूसरे के साथ सकारात्मक बातचीत की।

व्हाइट हाउस में बाइडन और ट्रंप की मुलाकात

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में मुलाकात हुई। इस दौरान बाइडन ने ट्रंप से जनवरी में सत्ता के सुचारू हस्तांतरण का वादा किया। बाइडन और ट्रंप की मुलाकात सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुई, और जिल बाइडन ने ट्रंप को पत्नी मेलानिया के लिए हस्तलिखित शुभकामना संदेश दिया।

2020 चुनाव में तनाव और विवाद

2020 के राष्ट्रपति चुनाव में बाइडन ने ट्रंप को हराया था, जिसके बाद दोनों के बीच तनाव बढ़ गया था। ट्रंप ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया था और बाइडन को जीत की बधाई नहीं दी थी। उसी दौरान ट्रंप समर्थकों ने अमेरिकी संसद पर हमला कर लिया था। इस बार के चुनाव में दोनों पक्षों से व्यक्तिगत आक्षेप हुए थे, और जुलाई में बाइडन ने अपनी उम्मीदवारी छोड़ी थी।

बाइडन और ट्रंप के बयान

दोनों के मध्य बुधवार को हुई मुलाकात के बाद बाइडन ने कहा, "हम अब भविष्य की ओर देख रहे हैं। जैसा मैंने पहले कहा था, सत्ता का सहज और शांतिपूर्ण हस्तांतरण होगा।" वह सारे कार्य होंगे जो आपके लिए सुविधाजनक होंगे। हम वापसी के लिए आपका स्वागत करते हैं।" इसके जवाब में ट्रंप ने कहा, "राजनीति कठोर होती है और विश्व में तमाम उदाहरण हैं जिनमें राजनीतिक अनुभव अच्छे नहीं रहे हैं। लेकिन आज बहुत अच्छा लग रहा है।"

ट्रंप ने तीसरे कार्यकाल की इच्छा जताई

ट्रंप ने बुधवार को अपने रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों से मुलाकात की और सदन में पार्टी की स्थिति पर संतोष जताया। उन्होंने राष्ट्रपति पद के तीसरे कार्यकाल में कार्य करने की इच्छा जताई और कहा कि इसके लिए संविधान में बदलाव हो सकता है। अमेरिका में वर्तमान में कोई भी व्यक्ति दो कार्यकाल से अधिक राष्ट्रपति पद पर नहीं रह सकता है। ट्रंप ने संविधान में बदलाव की संभावना पर बात की, जो एक लंबी प्रक्रिया होगी।

संविधान में बदलाव के लिए प्रक्रिया

ट्रंप ने कहा कि इसके लिए संविधान में संशोधन किया जा सकता है। वर्तमान में अमेरिकी संविधान के तहत कोई भी व्यक्ति दो कार्यकाल से अधिक राष्ट्रपति पद पर नहीं रह सकता है। हालांकि, इस व्यवस्था में बदलाव तभी संभव है जब सभी राज्यों की असेंबली तीन चौथाई बहुमत से प्रस्ताव पारित करें। राष्ट्रपति कार्यकाल बढ़ाने के लिए संविधान में संशोधन की यह प्रक्रिया लगभग सात साल लंबी हो सकती है।

ज्ञात हो कि फ्रैंकलिन डी. रुजवेल्ट 1933 में राष्ट्रपति बने और 1945 में अपनी मृत्यु तक इस पद पर बने रहे। वह अमेरिका के पहले और इकलौते राष्ट्रपति हैं जो दो कार्यकाल से अधिक समय तक राष्ट्रपति रहे। उनके बाद, संविधान में संशोधन कर यह व्यवस्था बनाई गई कि कोई भी व्यक्ति अधिकतम दो कार्यकाल तक राष्ट्रपति पद पर रह सकता है। इस बीच, सीनेट में बहुमत हासिल कर चुके रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों ने बुधवार को जान ट्यून को एक वर्ष के लिए अपना नेता चुना। 

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