इजरायल पर 7 अक्टूबर को हमले से पहले, हमास के प्रमुख याह्या सिनवार को अपने भविष्य का अंदाजा हो चुका था। उसे एहसास हो गया था कि इजरायली सेना उसे समाप्त कर सकती है। इसीलिए, इजरायल पर हमले के कुछ घंटे पहले ही वह सुरंग में छिप गया था।
Yahya Sinwar: 7 अक्टूबर के हमले को अंजाम देने से कुछ घंटे पहले, हमास के प्रमुख याह्या सिनवार अपने परिवार के साथ एक सुरंग में छिप गए थे। यह स्पष्ट है कि सिनवार को इजरायल पर हमले से पूर्व इस बात का डर था कि इजरायली सेना उसे पकड़ने में नहीं चूकेगी। इसलिए, अपनी जान बचाने के लिए उन्होंने सुरंग में पहले से ही छिपना उचित समझा।
ज्ञात हो कि 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर एक बड़ा नरसंहार किया था, जिसमें 1200 से अधिक इजरायली नागरिकों की जान गई थी। इस हमले के दौरान, हमास के आतंकियों ने 238 इजरायली लोगों को बंधक बना लिया था। इसके बाद, इजरायल और हमास के बीच भयंकर युद्ध छिड़ गया, जिसमें इजरायल ने हमास पर जोरदार जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी।
7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला
इजरायल डिफेंस फोर्सेज ने शनिवार को एक वीडियो जारी किया है, जिसमें 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमले से कुछ घंटे पहले याह्या सिनवार सुरंग में छिपते हुए नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को इजरायली सेना (आईडीएफ) ने प्रस्तुत किया है। वीडियो में याह्या सिनवार अपनी पत्नी और बच्चों के साथ सुरंग में जाने की तैयारी कर रहे हैं। इस दौरान याह्या सिनवार के हाथ में एक टीवी है, जबकि उसके बच्चे भी अन्य सामान अपने हाथों में लिए हुए हैं। वह तेजी से सुरंग में प्रवेश कर रहे हैं।
गाजा में सिनवार की मौत
इजरायली सेना 7 अक्टूबर को अपने देश पर हुए हमले के बाद से याह्या सिनवार की खोज में जुटी हुई थी। वह उनका दुश्मन नंबर 1 बन चुका था। इससे पहले जुलाई में इजरायल ने अपने एक और बड़े दुश्मन इस्माइल हानिया उर्फ हनियेह को ईरान में समाप्त कर दिया था। सिनवार के प्रमुख बनने से पहले, इस्माइल हानिया ही हमास का नेता था। लेकिन हानिया की हत्या के बाद, याह्या सिनवार ने इस पद को संभाला। इजरायली सैनिक, इस्माइल हानिया को निपटाने के बाद, अब सिनवार का भी पीछा कर रहे थे जैसे वह मौत का शिकार हो।
इजरायली सेना के हत्थे कैसे चढ़ा सिनवार?
आखिरकार, याह्या सिनवार 17 अक्टूबर को गाजा में इजरायली सेना के हमले में मारे गए। हालांकि, इजरायली सेना ने खास तौर पर उन्हें निशाना बनाने के लिए कोई ऑपरेशन नहीं चलाया था। लेकिन अचानक वह इजरायली सेना की गिरफ्त में आ गए और मारे गए।
याह्या सिनवार के मारे जाने के बाद इजरायली सैनिक भी इस बात पर यकीन नहीं कर पा रहे थे कि उन्होंने अपने दुश्मन नंबर 1 को खत्म कर दिया है। उनके हुलिए की पहचान करने के लिए इजरायल ने उनके दांतों और हाथ की एक उंगली को काटकर डीएनए टेस्ट कराया। इसके बाद ही सिनवार के मारे जाने की आधिकारिक घोषणा की गई।
हिजबुल्लाह ने नेतन्याहू के निवास पर किया हमला
सिनवार की मौत के 72 घंटे बाद, हिजबुल्लाह ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के निवास पर उन्हें निशाना बनाते हुए ड्रोन हमला किया। इस हमले में नेतन्याहू और उनका परिवार सुरक्षित रहे। इसके तुरंत बाद, नेतन्याहू ने कहा कि ईरान द्वारा समर्थित हिजबुल्लाह ने उन पर हमला करके एक गंभीर गलती की है। इस घटना के परिणामस्वरूप, इजरायली सेना ने लेबनान में अपने हमलों को तेज कर दिया है।