हरियाणा में चुनावों के बीच ओलंपियन विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) राजनीति में कदम रख चुकी हैं, लेकिन उनके इस निर्णय से ताऊ महावीर खुश नहीं हैं। महावीर फोगाट का कहना है कि विनेश ने राजनीतिक क्षेत्र में आने के लिए जल्दबाजी की है। उन्हें अभी एक और ओलंपिक की तैयारी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए था। विनेश की बहन बबीता फोगाट की भी इसी प्रकार की सोच है।
Haryana Assembly Election: कुश्ती में देश का गौरव बढ़ाने वाली हरियाणा की फोगाट परिवार में इस समय कुछ हलचल है। इसका कारण ओलिंपियन विनेश फोगाट हैं, जो अपने गुरु महावीर फोगाट की अनिच्छा के बावजूद कांग्रेस की राजनीति में कदम रख चुकी हैं।
महावीर, जो विनेश के ताऊ हैं, ने विनेश के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विनेश ने केवल आठ साल की उम्र में अपने पिता को खो दिया था, जिसके बाद महावीर फोगाट ने अपनी अन्य बेटियों की तरह विनेश का nurturing किया और उसे कुश्ती में उच्चतम स्तर तक पहुँचाने में कोई कमी नहीं छोड़ी।
'विनेश की परवाह नहीं'- ताऊ महावीर
ताऊ महावीर फोगाट और बबीता फोगाट अपनी चचेरी बहन विनेश के कांग्रेस की राजनीति में शामिल होने से नाराज हैं। भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ किए गए आंदोलन के दौरान कांग्रेस के करीब आई विनेश को अपने परिवार की इस नाराजगी की कोई चिंता नहीं है। विनेश चुनावी दंगल को जीतने के लिए पूरी मेहनत कर रही हैं।
उनकी चचेरी बहन बबीता फोगाट भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजनीति में सक्रिय हैं और चरखी दादरी विधानसभा सीट से 2019 के विधानसभा चुनाव में भी भाग ले चुकी हैं। उस चुनाव में हार के बावजूद भाजपा ने बबीता फोगाट को महिला विकास निगम का चेयरपर्सन बना रखा था। इस बार भाजपा ने पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान का टिकट काट दिया है और उनके जेलर बेटे सुनील सांगवान को चुनावी मैदान में उतारा है।
बजरंग पूनिया विनेश फोगाट के रिश्ते में हैं जीजा
अंतरराष्ट्रीय पहलवान बजरंग पूनिया ने हाल ही में कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया है। कांग्रेस ने विनेश फोगाट को जाट बहुल जींद जिले की जुलाना विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि बजरंग पूनिया कांग्रेस संगठन में सक्रिय राजनीति में उतरने के लिए तैयार हैं।
भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण पर महिला खिलाड़ियों द्वारा यौन शोषण के आरोप लगाए जाने के बाद सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा को इस स्थिति का लाभ उठाने का पूरा अवसर मिला है। परिणामस्वरूप, आज विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तथा दीपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ मिलकर कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय हैं।
विनेश फोगाट का परिवार
द्रोणाचार्य महावीर फोगाट की चार बेटियां हैं - गीता फोगाट, बबीता फोगाट, रितु फोगाट, और संगीता फोगाट। महावीर के भाई राजपाल की दो बेटियां, विनेश और प्रियंका, भी इस परिवार का हिस्सा हैं। यह समृद्ध परिवार हरियाणा के भिवानी जिले के गांव बलाली में निवास करता है।
विनेश ने अपने पिता को छोटी उम्र में खो दिया था, और इसके बाद ताऊ महावीर फोगाट ने सभी छह बेटियों को इस काबिल बनाया कि वे देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन कर सकें।
महावीर फोगाट की प्रेरणादायक कहानी आमिर खान की प्रसिद्ध फिल्म ‘दंगल’ में भी दिखाई गई है। विनेश ने साल 2018 में सोमवीर राठी से विवाह किया, जो खुद एक नेशनल पहलवान रह चुके हैं। गीता, बबीता और विनेश ने राष्ट्रमंडल खेलों में विभिन्न भार वर्गों में भाग लिया और कई पदक जीते।
प्रियंका ने एशियाई चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल जीता है, जबकि रितु ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल किया। इसके अलावा, संगीता ने एज लेवल की अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में भी मेडल जीते हैं। संगीता की शादी प्रसिद्ध पहलवान बजरंग पूनिया से हुई है, जो कि फोगाट बहनों के जीजा हैं।
विनेश ने राजनीति में आने में दिखाई जल्दबाजी- महावीर फोगाट
महावीर फोगाट का मानना है कि विनेश फोगाट ने राजनीति में कदम रखने में जल्दी की है। उनका कहना है कि विनेश को अभी एक और ओलंपिक की तैयारी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए था। विनेश की बहन बबीता फोगाट की भी इसी तरह की राय है, जो विनेश को बिल्कुल पसंद नहीं आई है। इस मुद्दे को लेकर फोगाट परिवार में तनाव का माहौल बना हुआ है। यह देखना दिलचस्प होगा कि परिवारिक मतभेदों के बावजूद विनेश कांग्रेस की राजनीति में प्रवेश कर पाती हैं या अपनी चचेरी बहन बबीता की तरह भाजपा की राजनीति में विधायक बनने का अवसर खो देती हैं।