हरियाणा के हथनीकुंड बैराज से पानी निकालने के बाद दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है. साथ ही बाढ़ जैसे हालात हो गए है. गुरुवार 13 जुलाई दोपहर तक यमुना नदी का जलस्तर 2008.62 मीटर हो गया था. यह खतरे के निशान से तीन मीटर ज्यादा पानी हो गया है.
यमुना वजीराबाद से ओखला तक 22 मीटर तक फैली हुई है. केंद्रीय जल आयोग का अनुमान है कि गुरुवार दोपहर तक यह जल स्तर 209 मीटर तक होने पर ज्यादातर इलाके पानी में डूब जायेंगे. बचाव के लिए कई इलाको में NDRF की 12 टीमें तैनात की गई है. वही लोगों के लिए 2700 शिविर लगाए गए है.
कई इलाको में पानी 5 से 6 फुट तक भर गया है. यमुना नदी के किनारे निचले निचे बस्ती में बसे 16 हजार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. दिल्ली सरकार ने आदेश दिए है कि बाहरी राज्यों के लोगों को प्रवेश न दे.
सिंघु बोर्डर, बदरपुर बॉर्डर, लोनी बॉर्डर, चिल्ला बॉर्डर को सील कर दिया गया है. भारी वाहन के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. केजरीवाल सरकार ने रविववार तक सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है. इससे देश की इससे राजधानी में पानी किल्लत का सामना करना पड़ सकता है. वही सीएम आवास तक 500 मीटर पानी भर गया है. वजीराबाद, गीता कॉलोनी, और शाहदरा एरिया आदि सबसे ज्यादा प्रभावित हुए है,