हिमाचल प्रदेश इस समय प्राकृतिक आपदाओं और मौसम की अनियमितताओं का सामना कर रहा है। मंगलवार रात को कुल्लू-मनाली और लाहुल-स्पीति क्षेत्रों में बर्फबारी हुई। जहां एक ओर हिमपात से पर्यटन व्यवसायी उत्साहित हैं, वहीं दूसरी ओर किसानों की चिंता बढ़ गई है क्योंकि मौसम का समय से पहले ठंडा होना उन्हें चिंतित कर रहा हैं।
शिमला: कुल्लू-मनाली और लाहुल-स्पीति की ऊँचाइयों पर मंगलवार रात को बर्फबारी हुई है। रोहतांग दर्रे के साथ-साथ मनाली-लेह मार्ग पर भी बर्फ गिरी है। हालांकि, समय से पहले मौसम के ठंडा होने से किसान मुश्किल में हैं, लेकिन पर्यटन व्यवसायी इस बर्फबारी से बहुत खुश हैं। बुधवार को सभी दर्रों में वाहनों की आवाजाही सामान्य रही, लेकिन ठंड में बढ़ोतरी देखी गई है। हिमाचल के अनेक जिलों में बारिश के कारण अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री तक की कमी आई हैं।
बर्फबारी से यातायात सेवा हुई बाधित
प्रदेश में बर्फबारी और बारिश के कारण लाहुल-स्पीति के ताबो में न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस, कुकुमसेरी में 3.2, समदो में 2.5 और मनाली में 1.2 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आई है। इसके साथ ही अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री की कमी आई है। प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी वर्षा हुई है, जिससे विभिन्न स्थानों पर नुकसान की सूचनाएँ मिली हैं। मनाली में 42, नारकंडा में 41.5, कुफरी में 39.6, शिमला में 39, राजगढ़ में 29.2, कसौली में 22.6 और चंबा में चार मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। प्रदेश में 40 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं, जिन्हे खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। किन्नौर जिले के निगुलसरी के निकट शिमला-रिकांगपिओ राष्ट्रीय राजमार्ग पर अभी तक यातायात बहाल नहीं हो पाया है। इस मार्ग पर मंगलवार शाम से यातायात बाधित हैं।
मौसम विभाग ने कई जिलों में बारिश का येलो अलर्ट किया जारी
मौसम विभाग ने लाहुल-स्पीति, किन्नौर और ऊना को छोड़कर अन्य जिलों में कुछ स्थानों पर आंधी और भारी वर्षा के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान कुछ स्थानों पर अचानक बाढ़ आने की संभावना भी व्यक्त की गई है। वाहन चालक नरेंद्र और रोशन ने बताया कि मंगलवार रात को लाहुल के बारालाचा और शिंकुला सहित सभी दर्रों में हिमपात हुआ है, लेकिन यातायात सामान्य रूप से सुचारू है। जिस्पा और सरचू के पर्यटन कारोबारियों दोरजे, पलजोर और टशी ने कहा कि इस समय पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश ठाकुर ने बताया कि पहाड़ों पर हो रहे हिमपात से पर्यटन को नई जान मिलेगी।
प्रदेश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की स्थिति
स्थान न्यूनतम अधिकतम
शिमला 15.7 22.1
सुंदरनगर 22.7 32.2
भुंतर 19.1 32.1
कल्पा 13.4 24.5
धर्मशाला 19.5 27.1
ऊना 22.7 35.3
नाहन 23.7 28.7
सोलन 19.0 28.4