पंजाब में मौसम विभाग के अनुसार भीषण गर्मी से अगले 20 जून तक कोई राहत नहीं मिलने वाली है। भयंकर लू से परेशान लोग बारिश की उम्मीद लगाए बैठे हैं। यहां अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री तक पहुंच गया।
Weather Update: मानसून आगमन से पहले ही पश्चिमी विक्षोभ ने मानसून का रास्ता रोक लिया है। विभाग के मुताबिक दो सप्ताह पहले आए ‘रेमल’चक्रवात से मानसून को जो गति मिली थी, वह अब लगभग रूक गई है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार 10 जून के बाद मानसून जहां था, वहीं स्थिर है। इसमें कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। जिसके चलते क्षेत्र में गर्मी बढ़ती जा रही है।
20 जून तक भीषण लू
हालांकि, बताया जा रहा है कि अगले चार-पांच दिनों में मानसून फिर रफ़्तार पकड़ सकता है। वहीं IMD रिपोर्ट के अनुसार पंजाब में 20 जून तक भयंकर लू से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है। इसी दौरान शुक्रवार को कई जिलों में पूरा दिन लू चली। बताया जा रहा है कि रिपोर्ट में फाजिल्का सबसे गर्म रहा, यहां का अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री तक पहुंच गया।
मानसून की स्थित
बता दें कि, भारत में मानसून दो शाखाओं के द्वारा प्रवेश करता है। यह मानसून जून माह से सितंबर के मध्य दो शाखाओं में एक्टिव रहता हैं। जिनमें से एक शाखा बंगाल की खाड़ी से नमी लेकर लौटती है और दूसरी अरब सागर से तटीय क्षेत्रों से होते हुए भारत में प्रवेश करती है।
IMD रिपोर्ट के अनुसार बंगाल की खाड़ी वाली शाखा अभी बेहद कमजोर है, किंतु पश्चिमी शाखा लगातार सक्रिय है। इससे गुजरात, राजस्थान व दक्षिणी राज्यों में मानसूनी वर्षा का आगमन हुआ है। इसके साथ ही पूर्वी शाखा सबसे सधिक इस क्षेत्र को प्रभावित करती है।
मौसम विभाग ने दी चेतावनी
IMD के अनुसार देश में अभी तक औसत वर्षा से 9 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। जबकि दक्षिणी राज्यों में औसत से 50 प्रतिशत अधिक वर्षा हो चुकी है। इसी के आधार पर आइएमडी ने पंजाब, दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में अगले चार-पांच दिनों तक लू की स्थिति रहने की चेतावनी जारी की है।
बताया कि प्रयागराज में रात के तापमान ने 127 साल का रिकार्ड तोड़ दिया। यहां रात का अधिकतम तापमान 34.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो अब तक का सर्वाधिक दर्ज किया गया है। इस भीषण गर्मी के चलते राज्य में एक व्यक्ति की मौत हो गई।