उत्तर प्रदेश में नवंबर के दूसरे सप्ताह में ही कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। बुधवार सुबह घना कोहरा मुजफ्फरनगर, मेरठ और बिजनौर जैसे क्षेत्रों में फैल गया, जिससे दृश्यता काफी कम हो गई है। कोहरे के कारण सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई है, जिससे यात्रा करने वालों को परेशानी हो रही हैं।
मौसम: नवंबर के दूसरे सप्ताह में बुधवार प्रातः कोहरा पूरे उत्तर प्रदेश के शहरों और देहात तक फैल गया, जिससे वातावरण में ठंडक और घनापन बढ़ गया। सीजन के पहले कोहरे ने लोगों को घरों से बाहर निकलते ही वाहनों की हेडलाइट और पार्किंग लाइट्स जलाने के लिए मजबूर कर दिया। कोहरे के कारण सड़क पर दृश्यता बहुत कम हो गई थी, और यातायात में काफी धीमापन देखा गया।
मौसम विज्ञानियों ने पहले ही कोहरे की संभावना जताई थी, और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण मौसम में यह बदलाव आया। इस विक्षोभ के असर से हवा की गति भी कम रही, और प्रदूषित कणों का घनत्व खतरनाक श्रेणी में पहुंचने की आशंका जताई गई है। बुधवार सुबह आर्द्रता का स्तर 98 प्रतिशत तक पहुंच गया, जिससे हवा में नमी अधिक महसूस हो रही थी।
कोहरे की चादर से लिपटा यूपी के कई शहर
शामली में बुधवार को घने कोहरे ने जिले को अपने आगोश में ले लिया, जिससे न केवल दृश्यता में कमी आई, बल्कि वाहन चालकों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कोहरे के कारण हाईवे पर वाहनों की लंबी लाइनें देखी गईं और वाहन चालक हेडलाइट्स जलाकर चलने को मजबूर हुए। इसके अलावा, बढ़ती ठंड ने भी लोगों को कंबल और गर्म कपड़े पहनने के लिए मजबूर किया।
पिछले कुछ दिनों से ठंड में लगातार इजाफा हो रहा है, जिसके कारण तापमान में गिरावट देखी जा रही है। हालांकि यह ठंड सुबह और शाम के समय ज्यादा महसूस हो रही है। बुधवार की सुबह से ही शामली में घना कोहरा छाया रहा, जिससे नेशनल हाईवे पानीपत-खटीमा मार्ग, दिल्ली-यमुनोत्री मार्ग, मेरठ-करनाल हाईवे और ग्रामीण सड़कों पर भी वाहन चालक लाइट जलाकर यात्रा कर रहे थे।
तेज हवा से बढ़ी ठंड
बुधवार की सुबह मुजफ्फरनगर में मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया। सीजन का पहला घना कोहरा छा गया और इसके साथ ही तेज हवा भी चली, जिससे सर्दी ने अपनी दस्तक दे दी। बीते कई दिनों से वायुमंडल में स्मॉग की चादर छाई हुई थी, लेकिन बुधवार को दृश्यता में बहुत कमी रही। सुबह नौ बजे तक भी सूर्य देव के दर्शन नहीं हो पाए और चारों ओर घना कोहरा छाया रहा।
इसके साथ ही तेज हवा ने भी तापमान में गिरावट की वजह से सर्दी को और महसूस कराया। मंगलवार को अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो बुधवार को लगभग दो डिग्री सेल्सियस तक गिरकर 26.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
बिजनौर में छाया घना कोहरा
बिजनौर में बुधवार को मौसम ने एकदम से करवट ली। सुबह के समय घना कोहरा छा गया, साथ ही ठंडी हवाओं के झोंके भी महसूस हुए, जिससे मौसम में ठंडक आ गई। कोहरे के कारण सड़क पर दृश्यता कम हो गई और वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई। नवंबर के दूसरे सप्ताह में मौसम का यह बदलाव देखा गया है, जिसमें सुबह और शाम तो ठंड का अहसास हो रहा है, लेकिन दिन में हल्की गर्मी बनी रहती हैं।
इस बीच, अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है, जबकि न्यूनतम तापमान 14.8 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। एक-दो बार सुबह हल्का कोहरा आया, लेकिन बुधवार को घना कोहरा छाया रहा, जिससे ठंड और भी बढ़ गई। इसके कारण, लोग और बच्चे सुबह के समय गर्म कपड़े पहनते नजर आए। कोहरे और ठंडी हवाओं के चलते मौसम में अचानक बदलाव देखने को मिला और कोहरा जल्द छंटने की कोई संभावना भी दिखाई नहीं दी।