Central University of Gujarat: सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ गुजरात से निकले ISRO साइंटिस्ट और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता, जानें एडमिशन प्रोसेस और कोर्स डिटेल्स

Central University of Gujarat: सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ गुजरात से निकले ISRO साइंटिस्ट और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता, जानें एडमिशन प्रोसेस और कोर्स डिटेल्स
अंतिम अपडेट: 13 घंटा पहले

गुजरात में शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण नाम सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ गुजरात (CUG) का है, जिसने अपने 16 साल के सफर में कई होनहार छात्र तैयार किए हैं।

एजुकेशन: गुजरात में शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण नाम सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ गुजरात (CUG) का है, जिसने अपने 16 साल के सफर में कई होनहार छात्र तैयार किए हैं। यह विश्वविद्यालय सिर्फ पढ़ाई का केंद्र नहीं, बल्कि बड़े वैज्ञानिकों, समाजसेवियों और शोधकर्ताओं की कर्मभूमि भी रहा है। यहां से पढ़े छात्र राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके हैं और ISRO जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में वैज्ञानिक के रूप में काम कर रहे हैं।

कैसे हुई CUG की शुरुआत?

2009 में स्थापित इस विश्वविद्यालय का मकसद था गुणवत्तापूर्ण और समावेशी शिक्षा प्रदान करना। शुरुआत में गांधीनगर के सेक्टर 29 में एक अस्थायी परिसर से इसकी यात्रा शुरू हुई, लेकिन अब यह शाहपुर में अपने स्थायी परिसर में विकसित हो रहा है। समय के साथ CUG ने खुद को देश के अग्रणी शिक्षण संस्थानों में शामिल कर लिया हैं।

कैसे मिलता है एडमिशन?

* स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्स: CUET-PG (सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट) के माध्यम से प्रवेश मिलता है।
* पीएचडी प्रोग्राम: उम्मीदवारों को UGC-NET, CSIR-NET जैसी परीक्षाएं पास करनी होती हैं और विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित साक्षात्कार में सफल होना जरूरी हैं।

ये कोर्स उपलब्ध हैं, जानें फीस स्ट्रक्चर

* स्कूल ऑफ केमिकल साइंसेज
* स्कूल ऑफ एनवायरनमेंटल साइंसेज
* स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज
* स्कूल ऑफ लैंग्वेज, लिटरेचर एंड कल्चर स्टडीज
* स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज
* स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज
* स्कूल ऑफ लाइब्रेरी एंड इनफॉर्मेशन साइंस

फीस संरचना

* BA, BA (Hons.) Research – ₹7,500 से ₹10,000 प्रति वर्ष
* MA, M.Sc, M.Ed, M.Phil – ₹8,000 से ₹14,000 प्रति वर्ष
* PhD प्रोग्राम – ₹8,000 से ₹12,000 प्रति वर्ष

CUG से निकले ये प्रसिद्ध छात्र, देश के लिए कर रहे हैं काम

* डॉ. प्रणव पटेल – पर्यावरण विज्ञान के क्षेत्र में शोध के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता।
* सुश्री अंजलि मेहता – वर्तमान में ISRO में वैज्ञानिक के रूप में कार्यरत।
* डॉ. राजेश शर्मा – अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर शोध के लिए प्रसिद्ध, अब दिल्ली के एक प्रमुख थिंक टैंक में कार्यरत।
* सुश्री नीलम सिंह – समाजसेवी, जो गुजरात के आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही हैं।

CUG सिर्फ एक शिक्षण संस्थान नहीं, बल्कि एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां से निकलकर छात्र वैज्ञानिक, समाजसेवी, शोधकर्ता और नीति निर्माता बन रहे हैं। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, अनुभवी फैकल्टी और शोध पर जोर इसे देश के शीर्ष विश्वविद्यालयों में से एक बनाता हैं।

Leave a comment