जय शाह ने एशियाई क्रिकेट काउंसिल में तीन कार्यकाल पूरे किए। अब उनकी जगह राजीव शुक्ला लेंगे। बीसीसीआई ने शुक्रवार को बयान जारी कर इसकी पुष्टि की।
Criket: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला को एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। वह अब एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के कार्यकारी बोर्ड में जय शाह की जगह लेंगे। बीसीसीआई ने शुक्रवार, 7 मार्च को इसकी आधिकारिक घोषणा की। जय शाह एसीसी कार्यकारी बोर्ड के सदस्य थे, लेकिन उनके आईसीसी चेयरमैन बनने के बाद यह पद खाली हो गया था। अब राजीव शुक्ला इस महत्वपूर्ण भूमिका को निभाएंगे और कार्यकारी बोर्ड में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व करेंगे।
जय शाह का इस्तीफा और नया नेतृत्व
जय शाह ने एसीसी कार्यकारी बोर्ड से इस्तीफा देने के बाद यह पद खाली था। वह तीन कार्यकाल तक एसीसी के चेयरमैन रहे और 1 दिसंबर 2024 को आईसीसी चेयरमैन का पद संभाला। इसके बाद यह तय हो गया था कि इस पद के लिए नया नाम चुना जाएगा। बीसीसीआई ने राजीव शुक्ला को इस भूमिका के लिए चुना, जिससे भारतीय क्रिकेट प्रशासन में उनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है।
बीसीसीआई सचिव ने दी बधाई
बीसीसीआई सचिव देवजीत साइकिया ने राजीव शुक्ला को इस नई जिम्मेदारी के लिए बधाई दी है। बीसीसीआई के बयान में कहा गया, "जय शाह के आईसीसी चेयरमैन बनने के बाद एसीसी कार्यकारी बोर्ड में उनकी जगह खाली थी। अब राजीव शुक्ला इस भूमिका में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व करेंगे।"
इसके अलावा, बीसीसीआई कोषाध्यक्ष आशीष शेलार को भी एक महत्वपूर्ण पद मिला है। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख शमी सिल्वा को एसीसी का नया चेयरमैन चुना गया है।
पाकिस्तान दौरे पर गए थे राजीव शुक्ला
राजीव शुक्ला का एसीसी में योगदान अहम माना जा रहा है। हाल ही में, वह बीसीसीआई के प्रतिनिधि के रूप में पाकिस्तान के लाहौर गए थे, जहाँ उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के दूसरे सेमीफाइनल का आनंद लिया। इस दौरान, उन्होंने न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए मुकाबले को देखा।
भारत-पाकिस्तान द्विपक्षीय सीरीज पर दिया बयान
लाहौर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उनसे भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज को लेकर सवाल किया गया। इस पर राजीव शुक्ला ने स्पष्ट किया, "भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज का फैसला सरकार के हाथों में है। बीसीसीआई की नीति सरकार के निर्देशों का पालन करने की है, और हमें लगता है कि पीसीबी की भी यही नीति होगी। यदि कभी दोनों देशों के बीच सीरीज होती है, तो वह किसी एक देश में ही खेली जाएगी, न कि न्यूट्रल वेन्यू पर।"