भारतीय क्रिकेट टीम 22 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज करेगी। इस टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला जाएगा। भारतीय टीम की यह दौरा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी महत्वपूर्ण श्रृंखला का हिस्सा है, जिसमें टीम दोनों देशों के बीच टेस्ट क्रिकेट में प्रमुख प्रतिस्पर्धा का हिस्सा बनेगी।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 22 नवंबर से पर्थ में बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला शुरू होने जा रहा है, और इस मैच के लिए भारतीय क्रिकेट फैंस के बीच उत्साह की कोई कमी नहीं है। खासकर भारतीय बल्लेबाजों के प्रदर्शन पर सभी की निगाहें होंगी। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में, जो फिलहाल अपने परिवार के साथ भारत में हैं, केएल राहुल को ओपनिंग करने का मौका मिल सकता है। हालांकि, राहुल की हालिया फॉर्म ठीक नहीं रही है, ऐसे में टीम की शुरुआत पर दबाव होगा।
इसके अलावा, युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल पर भी ध्यान होगा, जो इस टेस्ट मैच में भारत की शुरुआत को संभालने की जिम्मेदारी उठा सकते हैं। जायसवाल को भारतीय टीम में पदार्पण करने का मौका मिल सकता है और उनका प्रदर्शन इस मैच में महत्वपूर्ण होगा।
जायसवाल पर्थ टेस्ट में रचेंगे इतिहास
यशस्वी जायसवाल का यह पहला ऑस्ट्रेलिया दौरा है, और उनका प्रदर्शन इस सीरीज में भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण रहेगा। 2024 तक उनका वर्ष शानदार रहा है, जिसमें उन्होंने 11 टेस्ट मैचों की 21 पारियों में 1119 रन बनाए हैं, जिनमें 2 शतक और 7 अर्धशतक शामिल हैं। उनका बल्लेबाजी औसत 55.95 है, जो उनके निरंतर अच्छे प्रदर्शन को दर्शाता हैं।
जायसवाल के पास पर्थ टेस्ट के पहले मैच में एक बड़ा कीर्तिमान तोड़ने का अवसर है। अगर वह पहले टेस्ट मैच में 15 रन बनाते हैं, तो वह भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतिहास में एक कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बाएं हाथ के बल्लेबाज बन जाएंगे। इस रिकॉर्ड का मौजूदा मालिक भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर हैं, जिन्होंने साल 2008 में 1134 रन बनाए थे।
जायसवाल तोड़ सकते है सचिन तेंदुलकर का एक बड़ा रिकॉर्ड
यशस्वी जायसवाल के पास इस सीरीज के दौरान सचिन तेंदुलकर का एक बड़ा रिकॉर्ड तोड़ने का भी शानदार मौका है। अगर वह इस पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 444 रन बनाने में सफल रहते हैं, तो वह एक कैलेंडर ईयर में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन जाएंगे। यह रिकॉर्ड फिलहाल सचिन तेंदुलकर के नाम है, जिन्होंने 2010 में टेस्ट क्रिकेट में 1562 रन बनाए थे। अगर जायसवाल यह आंकड़ा पार करते हैं, तो यह उनके लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी, साथ ही भारतीय क्रिकेट के लिए भी एक गौरवपूर्ण क्षण साबित होगा।
चूंकि जायसवाल इस समय शानदार फॉर्म में हैं, और उनके पास 5 मैचों में रन बनाने का अच्छा मौका है, इस रिकॉर्ड को तोड़ने की संभावना काफी प्रबल नजर आ रही हैं।