वानखेड़े स्टेडियम में आखिरकार रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने एक दशक पुराना सूखा खत्म कर दिया। RCB ने 10 साल बाद मुंबई इंडियंस को उसी के घर में 12 रन से मात दी, और इस जीत के साथ ही इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 का एक और हाईवोल्टेज मुकाबला फैंस के दिलों में दर्ज हो गया।
स्पोर्ट्स न्यूज़: वानखेड़े स्टेडियम में हुए रोमांचक मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने मुंबई इंडियंस को 12 रनों से हराकर 10 साल बाद इस मैदान पर जीत का स्वाद चखा। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए आरसीबी ने रजत पाटीदार और विराट कोहली की शानदार अर्धशतकीय पारियों की मदद से 221 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। लक्ष्य का पीछा करते हुए मुंबई इंडियंस की शुरुआत लड़खड़ाई और टीम ने 12 ओवर में 99 रन पर चार विकेट गंवा दिए।
हालांकि हार्दिक पांड्या ने 15 गेंदों में 42 रन और तिलक वर्मा ने 29 गेंदों में 56 रन की तूफानी पारियां खेलकर मैच का रुख पलटने की कोशिश की। लेकिन इन दोनों के आउट होते ही मुंबई की उम्मीदें भी टूट गईं और आरसीबी ने कांटे के मुकाबले में जीत दर्ज की।
कोहली-पाटीदार ने रखी जीत की नींव, जितेश का विस्फोटक फिनिश
बेंगलुरु की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया और यह दांव उनके लिए सोने पर सुहागा साबित हुआ। विराट कोहली (67 रन) और रजत पाटीदार (64 रन) ने कमाल की पारियां खेली। वहीं, अंत में जितेश शर्मा ने 19 गेंदों में नाबाद 40 रन बनाकर मुंबई के गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया। देवदत्त पडिक्कल ने भी 37 रनों की अहम पारी खेली। RCB ने 20 ओवर में 221 रन बनाकर मुंबई के सामने विशाल लक्ष्य खड़ा किया।
मुंबई की पारी में उतार-चढ़ाव
222 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई इंडियंस की शुरुआत लड़खड़ाई। रोहित शर्मा और रियान रिकल्टन जल्द आउट हो गए। सूर्यकुमार यादव से उम्मीदें थीं लेकिन वह 26 गेंदों में सिर्फ 28 रन बना सके, और दो जीवनदान के बावजूद मुंबई को फायदा नहीं मिला। विल जैक्स भी कुछ खास नहीं कर सके और 22 रन बनाकर आउट हुए। मुंबई का स्कोर 12 ओवर में 99/4 हो गया था, और लग रहा था कि RCB एकतरफा जीत की ओर बढ़ रही है।
हार्दिक-तिलक की 'गर्जना'
कप्तान हार्दिक पांड्या ने आते ही मैच का रुख बदलना शुरू किया। उन्होंने सिर्फ 15 गेंदों में 42 रन जड़े, जबकि तिलक वर्मा ने 29 गेंदों में 56 रन बनाकर मुंबई को जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया।13वें से 17वें ओवर तक मुंबई ने जबरदस्त रन बटोरे। एक समय स्कोर 181/4 था और जीत करीब लग रही थी।लेकिन 18वें ओवर में तिलक आउट हुए और 19वें ओवर में हार्दिक भी पवेलियन लौट गए। अंतिम ओवर में 19 रन चाहिए थे, लेकिन क्रुणाल पांड्या ने दो गेंदों में दो विकेट लेकर RCB की ऐतिहासिक जीत सुनिश्चित कर दी।
गेंदबाजी में चमके क्रुणाल और हेजलवुड
RCB की गेंदबाजी में क्रुणाल पांड्या छाए रहे, जिन्होंने 4 ओवर में 45 रन देकर 4 विकेट चटकाए। वहीं, जोश हेजलवुड ने भी अहम मौकों पर दो विकेट लेकर विपक्ष की कमर तोड़ी। यश दयाल ने 2 विकेट लेकर अपनी भूमिका निभाई। ये जीत RCB के लिए सिर्फ एक दो अंक वाली जीत नहीं थी, बल्कि एक मनोवैज्ञानिक जीत भी थी, क्योंकि पिछले 10 सालों में वे वानखेड़े में कभी भी मुंबई को नहीं हरा सके थे। इस बार उन्होंने ना सिर्फ ये मिथक तोड़ा, बल्कि दमदार खेल से अपने इरादे भी जाहिर कर दिए।
संक्षेप में
RCB: 221/4 (कोहली 67, पाटीदार 64, जितेश 40*)
MI: 209/9 (तिलक 56, हार्दिक 42)
RCB जीता 12 रन से