सऊदी अरब को 2034 FIFA विश्व कप की मेज़बानी मिलने की घोषणा ने अरब जगत में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर स्थापित किया है। कतर के बाद, अब सऊदी अरब इस टूर्नामेंट का मेज़बान बनेगा, जिससे अरब देशों में फुटबॉल के प्रति उत्साह और समर्थन में इज़ाफा होगा।
स्पोर्ट्स न्यूज़: सऊदी अरब को 2034 में FIFA वर्ल्ड कप की मेज़बानी मिलने की खबर ने फुटबॉल प्रेमियों के बीच काफी हलचल मचा दी है। कतर में 2022 में हुए टूर्नामेंट के बाद, यह अरब जगत में वर्ल्ड कप की वापसी है। 2030 के वर्ल्ड कप की मेज़बानी से चूकने के बावजूद, सऊदी अरब को 2034 में इसे आयोजित करने का अवसर मिलने वाला हैं।
यह सऊदी अरब के लिए एक ऐतिहासिक पल है, क्योंकि यह देश फुटबॉल के क्षेत्र में अपनी पहचान को और मजबूत करने की दिशा में काम कर रहा है। 2026 में अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको में वर्ल्ड कप के आयोजन के बाद, 2034 में सऊदी अरब के पास अपनी मेज़बानी का मौका होगा, जिससे न केवल अरब देशों के फुटबॉल प्रेमियों के लिए उत्साह का माहौल बनेगा, बल्कि यह सऊदी अरब के फुटबॉल इंफ्रास्ट्रक्चर और खेल संस्कृति के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि होगी।
कल ज्यूरिख में एक विशेष कांग्रेस का होगा आयोजन
फीफा की आगामी विशेष बैठक में 2034 के विश्व कप की मेज़बानी के लिए सऊदी अरब के दावे पर अंतिम मोहर लगेगा। इस बैठक में 2030 विश्व कप के आयोजन की भी पुष्टि की जाएगी, जिसमें तीन महाद्वीपों और छह देशों में इस टूर्नामेंट का आयोजन किया जाएगा। 2030 विश्व कप की मेज़बानी स्पेन, पुर्तगाल और मोरक्को को दी गई है, लेकिन इसमें कुछ मैच दक्षिण अमेरिकी देशों में भी खेले जाएंगे। उरुग्वे, जिसने 1930 में पहले विश्व कप की मेज़बानी की थी, 2030 विश्व कप का उद्घाटन समारोह और पहला मैच भी आयोजित करेगा। इसके अलावा, अर्जेंटीना और पराग्वे भी इस टूर्नामेंट के एक-एक मैच की मेज़बानी करेंगे।
फीफा के इस विशेष बैठक में 211 सदस्य ऑनलाइन भाग लेंगे, और फीफा मुख्यालय में होने वाली यह बैठक बंद कमरे में होगी, जिसका सीधा प्रसारण फीफा की वेबसाइट पर किया जा सकता है। इस बैठक में 2030 और 2034 विश्व कप की मेज़बानी की पुष्टि पंजीकृत वोट के बजाय संयुक्त निर्णय से की जाएगी। यह बैठक फीफा के इतिहास में महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि 2026 विश्व कप की मेज़बानी के लिए 2018 में मॉस्को में हुए मतदान में अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको ने संयुक्त रूप से मेज़बानी हासिल की थी। उस मतदान में उन्होंने मोरक्को को 134-65 वोटों से हराया था।
फीफा वर्ल्ड कप 2030 की मेज़बानी की भी होगी घोषणा
2030 के फीफा वर्ल्ड कप की मेज़बानी को लेकर बहुत ही दिलचस्प खबरें सामने आ रही हैं। उरुग्वे, जिसने 1930 में पहले विश्व कप की मेज़बानी की थी, इस बार भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उरुग्वे, अर्जेंटीना और पराग्वे तीनों मिलकर इस टूर्नामेंट के मैचों की मेज़बानी करेंगे। खास बात यह है कि उद्घाटन समारोह और पहले मैच की मेज़बानी उरुग्वे करेगा, जो फुटबॉल इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण होगा।
फीफा 2030 वर्ल्ड कप के मेज़बानों के बारे में औपचारिक घोषणा 2024 में आयोजित विशेष कांग्रेस में की जाएगी। इस बैठक में फीफा के 211 सदस्य ऑनलाइन जुड़ेंगे। यह बैठक स्विट्ज़रलैंड के ज्यूरिख में फीफा मुख्यालय में होगी और इसकी लाइव स्ट्रीमिंग फीफा की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी। इसके अलावा, फीफा 2030 और 2034 के मेज़बानों का निर्णय पंजीकृत वोट के बजाय संयुक्त निर्णय से लिया जाएगा, जैसे कि 2026 वर्ल्ड कप की मेज़बानी के लिए किया गया था। 2018 में मॉस्को में हुए मतदान में अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको को संयुक्त मेज़बानी मिली थी, जहां उन्होंने मोरक्को को हराया था।