रिलायंस का मार्केट कैप अब 16.55 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जबकि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) का मार्केट कैप 15.12 लाख करोड़ रुपये है, जो रिलायंस से केवल थोड़ी ही दूरी पर खड़ा है।
Mukesh Ambani Stock: रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारत की सबसे बड़ी और सबसे मूल्यवान कंपनी, के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। हाल के महीनों में कंपनी के शेयर में भारी गिरावट आई है, जिससे उसकी स्थिति खतरे में पड़ गई है। 8 जुलाई 2024 को ऐतिहासिक उच्चतम स्तर 1608 रुपये पर पहुंचने के बाद रिलायंस के शेयर में 24% की गिरावट आई है। इस गिरावट के चलते रिलायंस का मार्केट कैप घटकर 16.55 लाख करोड़ रुपये पर आ गया है, जबकि छह महीने पहले यह 21 लाख करोड़ रुपये से ऊपर था।
TCS का तेजी से बढ़ता हुआ मार्केट कैप
वर्तमान में, रिलायंस और टाटा समूह की प्रमुख कंपनी टीसीएस के बीच केवल 1.43 लाख करोड़ रुपये का अंतर रह गया है। टीसीएस का मार्केट कैप 15.12 लाख करोड़ रुपये है, और यदि रिलायंस के स्टॉक में और गिरावट आई और टीसीएस में तेजी आई, तो टाटा की कंपनी रिलायंस को पीछे छोड़ सकती है। हाल के दिनों में आईटी शेयरों में तेजी आई है, जिससे टीसीएस के लिए यह संभावना और भी मजबूत हो गई है।
रिलायंस जियो के आईपीओ से कंपनी को मिल सकती है राहत
2025 में रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए नई उम्मीदें भी हैं, खासकर रिलायंस जियो के आईपीओ (Initial Public Offering) को लेकर। यह आईपीओ कंपनी के लिए वैल्यू अनलॉकिंग का बड़ा मौका हो सकता है, जिससे रिलायंस के स्टॉक में तेजी आ सकती है। कई ब्रोकरेज हाउस ने भी रिलायंस के स्टॉक के लिए टारगेट प्राइस बढ़ाया है। जेफ्फरीज और सीएलएसए जैसी प्रमुख फर्मों ने रिलायंस के स्टॉक को खरीदने की सलाह दी है, साथ ही इसके मूल्य में 1700 रुपये तक बढ़ोतरी का अनुमान जताया है।
रिलायंस जियो और रिटेल कारोबार का वैल्यू अनलॉकिंग
सीएलएसए ने अपने रिपोर्ट में कहा कि रिलायंस जियो और रिटेल कारोबार का वैल्यू अनलॉकिंग, साथ ही नए ऊर्जा कारोबार के बढ़ने की संभावना के चलते रिलायंस के स्टॉक का मूल्य 2186 रुपये तक जा सकता है। इन कारकों से रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए 2025 में तेजी की उम्मीदें बढ़ी हैं।
इस प्रकार, रिलायंस के लिए अगले साल का समय अहम होगा, क्योंकि जियो के आईपीओ और ऊर्जा कारोबार के विस्तार से कंपनी की स्थिति में सुधार हो सकता है, और शेयर बाजार में एक नई रौनक देखने को मिल सकती है।