ओला इलेक्ट्रिक में होने वाला है बड़ा बदलाव, भाविश अग्रवाल करेंगे अहम घोषणा

ओला इलेक्ट्रिक में होने वाला है बड़ा बदलाव, भाविश अग्रवाल करेंगे अहम घोषणा
Last Updated: 30 नवंबर -0001

भाविश अग्रवाल, Ola Electric के संस्थापक और CEO, जल्द ही एक बड़ा ऐलान करने वाले हैं, जो भारतीय इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) मार्केट में हलचल मचा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, Ola Electric एक नई और खास परियोजना पर काम कर रही है, जो केवल भारत, बल्कि वैश्विक स्तर पर EV उद्योग को नई दिशा दे सकती है।

ओला इलेक्ट्रिक के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक भाविश अग्रवाल ने 23 नवंबर को एक रोमांचक घोषणा का इशारा किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट के माध्यम से बताया कि ओला इलेक्ट्रिक एक बड़ी योजना पर काम कर रही है और इस हफ्ते इस बारे में अहम घोषणा की जाएगी। यह घोषणा इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग के लिए नया मोड़ ला सकती है, और अब लोग इसके बारे में तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं।

स्वदेशी लिथियम-आयन सेल्स का निर्माण

भाविश अग्रवाल ने पहले भी ओला इलेक्ट्रिक की आत्मनिर्भरता के प्रयासों के बारे में खुलासा किया था। उन्होंने कहा था कि कंपनी जल्द ही स्वदेशी लिथियम-आयन सेल्स का निर्माण शुरू करने जा रही है। अगले साल की शुरुआत में ये सेल्स ओला इलेक्ट्रिक के वाहनों में इस्तेमाल होने लगेंगे। इस कदम से सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहनों की लागत कम होगी, बल्कि देश में स्वदेशी बैटरी निर्माण के क्षेत्र में भी नई दिशा मिलेगी।

गंभीर उद्देश्य, EV लागत में कमी लाना

अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि ओला इलेक्ट्रिक का उद्देश्य स्वदेशी लिथियम-आयन सेल्स का उपयोग करके इलेक्ट्रिक वाहनों की लागत को कम करना है। उनका मानना है कि बैटरी की कीमतों में कमी से सिर्फ ग्राहकों के लिए EV खरीदना आसान होगा, बल्कि भारत के इलेक्ट्रिक वाहन बाजार को भी प्रोत्साहन मिलेगा।

ओला की गीगाफैक्ट्री

ओला इलेक्ट्रिक की गीगाफैक्ट्री इस महत्वाकांक्षी योजना का केंद्र बन रही है। इस फैक्ट्री का नेतृत्व ह्यून शिक पार्क कर रहे हैं, जो पहले LG जैसी प्रतिष्ठित कंपनी में बैटरी मैन्युफैक्चरिंग के विशेषज्ञ थे। ओला की यह गीगाफैक्ट्री सेल्स के मास प्रोडक्शन के लिए तैयार हो रही है, और यह भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की विकास यात्रा को नया मोड़ दे सकती है।

भारत में इलेक्ट्रिक उद्योग का भविष्य

भाविश अग्रवाल का मानना है कि इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग का भविष्य भारत में स्वदेशी तकनीकी विकास पर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा, हमें विश्वास है कि लिथियम-आयन बैटरी का निर्माण देश में होना चाहिए, ताकि भारत अपने इलेक्ट्रिक उद्योग को आत्मनिर्भर बना सके। ओला इलेक्ट्रिक इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रही है और इसके परिणाम भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग को नया आकार दे सकते हैं।

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