Krishna Janmashtami 2024: 26 अगस्त जन्माष्टमी, दस वर्ष बाद बना शुभ संयोग, जन्मस्थान व प्राचीन केशवदेव मंदिर में एक साथ मनेगा कृष्ण जन्मोतस्व

Krishna Janmashtami 2024: 26 अगस्त जन्माष्टमी, दस वर्ष बाद बना शुभ संयोग, जन्मस्थान व प्राचीन केशवदेव मंदिर में एक साथ मनेगा कृष्ण जन्मोतस्व
Last Updated: 16 अगस्त 2024

श्रीकृष्ण जन्मस्थान और प्राचीन मंदिर केशवदेव में इस बार जन्माष्टमी का पर्व 26 अगस्त को बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा। प्राचीन केशवदेव में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हमेशा एक दिन पहले मनाया जाता रहा है। लेकिन इस बार तिथि के कारण, लगभग दस वर्षों के बाद, दोनों स्थानों पर जन्माष्टमी एक ही दिन मनाई जाएगी। इस विशेष अवसर पर, अजन्मे भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं।

Mathura: ब्रज में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का उत्साह (Birthday Celebration) बढ़ता जा रहा है। मंदिरों में जन्मोत्सव की तैयारियां (Preparations) जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। इस वर्ष, प्राचीन केशवदेव मंदिर और जन्मस्थान पर जन्मोत्सव एक ही दिन, 26 अगस्त को मनाया जाएगा।

हर साल प्राचीन केशवदेव में जन्मस्थान से एक दिन पहले जन्मोत्सव का आयोजन (Events) होता है, लेकिन इस वर्ष अष्टमी की शुरुआत और उदयातिथि एक ही दिन है, जिससे दोनों मंदिरों (Temple) में एक साथ उत्सव मनाया जाएगा। जन्मोत्सव का पूरे देश और दुनिया में श्रद्धालुओं को बेसब्री से इंतजार होता है। प्राचीन केशवदेव मंदिर में भी इस जन्मोत्सव का आयोजन खास आकर्षण का केंद्र बना रहता है।

10 वर्ष बाद बना शुभ संयोग

आपको बता दें कि प्राचीन केशवदेव मंदिर में अष्टमी की तिथि के प्रारंभ (Start) होने पर उत्सव मनाया जाता है, जबकि श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर अष्टमी की उदयातिथि सूर्योदय से पूर्व का समय को मानकर उस दिन विशेष उत्सव आयोजित किया जाता है। लेकिन अब (26 August 2024) 10 वर्ष बाद, शुभ संयोग के साथ जन्मस्थान और प्राचीन केशवदेव मंदिर में जन्माष्टमी का पर्व एक ही दिन मनाया जा रहा है।

26 अगस्त को मनाया जाएगा जन्मोत्सव

इस वर्ष (2024) अष्टमी 26 अगस्त को सुबह 3:39 बजे प्रारंभ होगी और रात 2:19 बजे तक जारी रहेगी। इस प्रकार, दोनों तिथियां एक ही दिन पर रही हैं। ज्योतिषाचार्य कामेश्वर चतुर्वेदी और अजय तैलंग के अनुसार, एक ही दिन पर तिथि आने के कारण दोनों स्थानों पर एक साथ उत्सव मनाया जाएगा। ऐसे में श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर 26 अगस्त को जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा।

कब मनाया जाता है उत्सव?

श्रीकृष्ण जन्मोतस्व के आयोजन की तैयारियों में सभी श्रद्धालु जुटे हुए हैं। बताया जा रहा है कि इस बार जन्मोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा। यह उत्सव अष्टमी तिथि के दिन मनाया जाता है। लगभग दस वर्षों बाद, शुभ संयोग में जन्मस्थान और प्राचीन केशवदेव मंदिर में एक ही दिन जन्माष्टमी का आयोजन होगा।

 

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