अगर आपका मन स्थिर नहीं रहता, किसी काम में ध्यान नहीं लगता, या स्वास्थ्य भी आपका साथ नहीं दे रहा, तो इसका कारण ग्रहों की स्थिति हो सकती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नवग्रह हमारे जीवन को सीधे प्रभावित करते हैं। जब किसी कार्य में बाधाएं आने लगें या मानसिक अस्थिरता महसूस हो, तो इसका संबंध विशेष रूप से चंद्रमा से हो सकता है। आइए जानते हैं कि चंद्रमा के कमजोर होने पर क्या असर होता है और इसे कैसे मजबूत बनाया जा सकता है।
चंद्रमा क्यों होता है कमजोर?
चंद्रमा जब राहु, केतु या शनि से प्रभावित होता है, तो यह जीवन में नकारात्मकता लेकर आता है। ऐसे में व्यक्ति को अनावश्यक भय, आत्मविश्वास की कमी और अस्थिरता का सामना करना पड़ता है। कमजोर चंद्रमा निम्नलिखित समस्याएँ उत्पन्न कर सकता है:
• मन का चंचल और अस्थिर रहना
• अवसाद और अनिद्रा की समस्या
• गलत निर्णय लेने की प्रवृत्ति
• नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव
• सर्दी, जुकाम और फेफड़ों से जुड़ी परेशानियाँ
चंद्रमा को बलशाली बनाने के सरल उपाय
1. माँ का सम्मान करें
चंद्रमा का संबंध माता से होता है। यदि आप अपनी माँ की सेवा करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं, तो चंद्रमा स्वतः ही शुभ फल देने लगता है।
2. शिव उपासना करें
भगवान शिव को सोमवारी जल चढ़ाना अत्यंत शुभ माना जाता है। महामृत्युंजय मंत्र या चंद्र गायत्री मंत्र का जाप करने से चंद्र दोष का निवारण होता है।
3. दूध और चावल का दान करें
चंद्रमा को प्रसन्न करने के लिए सफेद वस्त्र, दूध, चावल और चांदी का दान करें। यह उपाय विशेष रूप से सोमवार के दिन करना अत्यंत लाभकारी होता है।
4. शांत और पवित्र स्थान पर समय बिताएँ
चंद्रमा मन का कारक है, इसलिए इसे स्थिर और शांत बनाए रखने के लिए प्रकृति के समीप समय बिताना, ध्यान करना और नकारात्मक विचारों से बचना आवश्यक है।
5. चंद्रमा का मंत्र जपें
चंद्रमा की कृपा पाने के लिए निम्नलिखित मंत्र का नियमित जाप करें:
ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:।। सोमवार के दिन इस मंत्र का 108 बार जाप करने से चंद्रमा की ऊर्जा प्रबल होती है और मानसिक शांति प्राप्त होती है।
चंद्रमा की कृपा से जीवन में स्थिरता और समृद्धि
चंद्रमा को मजबूत करने से मानसिक शांति, अच्छा स्वास्थ्य और भाग्य का सहयोग प्राप्त होता है। यदि आप चंद्र दोष से पीड़ित हैं, तो ऊपर बताए गए उपाय अपनाएँ और अपने जीवन को संतुलित और सुखद बनाएं।