लड्डू गोपाल जी को भगवान श्रीकृष्ण का बाल स्वरूप माना जाता है, और उनकी पूजा-अर्चना व सेवा भक्तों के लिए बेहद फलदायी होती है। कहा जाता है कि लड्डू गोपाल की नियमित सेवा से घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है। लड्डू गोपाल की पूजा से संबंधित कुछ खास नियमों का पालन करना जरूरी है ताकि साधक को पूर्ण फल प्राप्त हो सके।
सुबह के समय लड्डू गोपाल की सेवा के लिए सबसे पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। फिर लड्डू गोपाल जी को उठाकर उन्हें गुनगुने जल से स्नान कराएं। इसके बाद स्वच्छ वस्त्र पहनाकर उनका शृंगार करें। उन्हें तुलसी पत्र, फूल, और माला अर्पित करें। माखन-मिश्री या फल का भोग लगाकर आरती करें। इस दौरान मन को शांत और एकाग्र रखें तथा श्रीकृष्ण के मंत्रों का जाप करें।
ऐसे करें लड्डू गोपाल जी की सेवा
लड्डू गोपाल जी की सेवा के लिए श्रद्धा और नियमितता का विशेष महत्व है। यहां सेवा की सही विधि दी जा रही है जिसे पालन करने से साधक को भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
* उठाना: सुबह स्नान आदि करने के बाद घंटी बजाकर लड्डू गोपाल जी को सप्रेम उठाएं।
* स्नान: गुनगुने या मौसम के अनुसार स्वच्छ जल से लड्डू गोपाल का स्नान कराएं।
* वस्त्र: स्नान के बाद उन्हें साफ-सुथरे और मौसम के अनुसार वस्त्र पहनाएं।
* शृंगार: माथे पर चंदन का तिलक लगाकर पुष्प माला और अन्य आभूषणों से उनका शृंगार करें।
* भोग: तुलसी का पत्ता डालकर माखन-मिश्री, फल, या अन्य खाद्य पदार्थ का भोग लगाएं।
* पर्दा: भोग लगाने के बाद मंदिर का पर्दा बंद कर दें ताकि भगवान प्रसाद ग्रहण कर सकें।
* घंटी बजाना: कुछ देर बाद घंटी या ताली बजाकर पर्दा खोलें और प्रसाद ग्रहण करें।
* सफाई: भोग के बर्तन को साफ करके मंदिर और आस-पास के क्षेत्र को स्वच्छ रखें।
लड्डू गोपाल जी की सेवा और पूजा-अर्चना के नियम
* नियमित पूजा: सुबह और शाम दोनों समय लड्डू गोपाल जी की पूजा-अर्चना अवश्य करें।
* भोग अर्पण: दिन में कम से कम चार बार उन्हें भोग लगाना चाहिए – सुबह, दोपहर, शाम और रात्रि।
* स्नान के बाद भोग: भोग बनाते समय यह सुनिश्चित करें कि आपने स्नान किया हो और पूर्ण स्वच्छता का पालन किया हो।
* सात्विक भोजन: भोग पूरी तरह सात्विक और शुद्ध होना चाहिए। प्याज, लहसुन, तामसिक मसाले, या अनाज का प्रयोग न करें।
* बर्तन का चयन: कभी भी प्लास्टिक के बर्तन में लड्डू गोपाल जी को भोग न लगाएं। भोग के लिए स्टील, पीतल, या चांदी के स्वच्छ बर्तनों का उपयोग करें।
* मूर्ति का चयन: घर में एक ही लड्डू गोपाल की मूर्ति रखें। एक से अधिक मूर्तियां रखना शुभ नहीं माना जाता है।
* सफाई का ध्यान: लड्डू गोपाल जी के आस-पास का क्षेत्र हमेशा स्वच्छ और साफ-सुथरा रखें।
* शुद्धता: सेवा करते समय मन, वचन, और शरीर की पवित्रता का ध्यान रखें। पूजा के दौरान शांत और प्रेमपूर्ण भावना रखें।