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सावन 2025: इन 7 चीज़ों की खरीद क्यों मानी जा रही है बेहद शुभ? जानिए वजह

सावन 2025: इन 7 चीज़ों की खरीद क्यों मानी जा रही है बेहद शुभ? जानिए वजह

हिंदू पंचांग के अनुसार श्रावण मास यानी सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित माना गया है। वर्ष 2025 में सावन की शुरुआत 11 जुलाई से हो रही है और यह 9 अगस्त तक चलेगा। इस पूरे महीने शिवभक्त व्रत, उपवास, रुद्राभिषेक, भजन-कीर्तन और कांवड़ यात्रा जैसे धार्मिक आयोजनों में हिस्सा लेते हैं। इस पवित्र माह में कुछ विशेष चीजों की खरीदारी करना बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि सावन शुरू होने से पहले यदि इन वस्तुओं को घर लाया जाए तो पूरे महीने भगवान शिव की विशेष कृपा बनी रहती है और घर में समृद्धि, सुख और शांति का वास होता है।

पौराणिक मान्यताओं और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से ये सात वस्तुएं खास मानी जाती हैं जो ना केवल आध्यात्मिक लाभ देती हैं बल्कि जीवन में पॉजिटिव एनर्जी भी लेकर आती हैं। आइए जानते हैं कि 2025 के सावन से पहले किन सात चीजों की खरीदारी भक्तों के लिए शुभ मानी जा रही है। 

रुद्राक्ष: आध्यात्मिक ऊर्जा का स्रोत

रुद्राक्ष को भगवान शिव का स्वरूप माना जाता है। सावन के महीने में रुद्राक्ष खरीदना बहुत ही पवित्र माना जाता है। इसे घर में लाने से न केवल नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है बल्कि मानसिक शांति और आर्थिक प्रगति के रास्ते भी खुलते हैं। भक्त इसे धारण भी कर सकते हैं, खासकर सोमवार के दिन अगर पूजा करके रुद्राक्ष पहना जाए तो उसका फल कई गुना बढ़ जाता है।

भस्म: शिव का प्रिय अलंकार

शिव पुराण के अनुसार भस्म भगवान शिव का परम प्रिय अलंकार है। वह इसे अपने शरीर पर धारण करते हैं। भस्म को घर में पूजाघर में रखना शुभ फल देता है। ज्योतिषाचार्य मानते हैं कि भस्म घर के वातावरण को शुद्ध करता है और नकारात्मक शक्तियों को दूर रखता है। सावन में इसे खरीदना न केवल धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है बल्कि इसके पीछे वैज्ञानिक दृष्टिकोण भी छिपा है क्योंकि यह वायुमंडलीय अशुद्धियों को कम करता है।

डमरू: ध्वनि में छिपा है संतुलन का रहस्य

भगवान शिव के हाथ में सदैव डमरू दिखाई देता है। इसकी ध्वनि को सृष्टि की शुरुआत और ब्रह्मांड की गति से जोड़ा जाता है। डमरू घर में रखने से सकारात्मकता का संचार होता है और माहौल तनावमुक्त बना रहता है। श्रद्धालु मानते हैं कि सावन से पहले डमरू खरीदकर घर के पूजा स्थान पर रखना मानसिक शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा का स्रोत बन सकता है।

चांदी का कड़ा: शिव के प्रतीक आभूषणों में एक

धार्मिक मान्यताओं में भगवान शिव को पैरों में चांदी का कड़ा धारण करते हुए दर्शाया गया है। सावन के महीने में चांदी का कड़ा खरीदना शुभ फल देने वाला माना जाता है। इसे घर में रखना या स्वयं पहनना दोनों ही लाभकारी माने गए हैं। ऐसा माना जाता है कि चांदी का कड़ा पहनने से न केवल शारीरिक ऊर्जा संतुलित रहती है बल्कि आर्थिक स्थिरता भी आती है।

त्रिशूल: सुरक्षा का प्रतीक

त्रिशूल भगवान शिव का प्रमुख अस्त्र है। इसे तीन लोकों – धरती, आकाश और पाताल – का प्रतीक माना जाता है। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि चांदी या तांबे का छोटा त्रिशूल खरीदकर पूजा घर में रखना घर को हर प्रकार की नकारात्मकता और संकट से बचाता है। सावन के महीने में त्रिशूल खरीदकर घर लाना नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा देने वाला उपाय माना गया है।

गंगाजल: पवित्रता और शुद्धि का प्रतीक

सावन में गंगाजल का महत्व अत्यधिक बढ़ जाता है। कांवड़ यात्रा के दौरान शिवभक्त गंगाजल लाकर शिवलिंग का अभिषेक करते हैं। मान्यता है कि गंगाजल से अभिषेक करने पर भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं और सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। इसलिए सावन से पहले गंगाजल खरीदना और उसे घर में लाकर पूजा में उपयोग करना अत्यंत पुण्यदायक समझा जाता है।

जल पात्र: अभिषेक के लिए नया माध्यम

सावन में शिव का जलाभिषेक सबसे महत्वपूर्ण पूजा विधि होती है। इसके लिए नया जल पात्र खरीदना भी शुभ माना गया है। यह पात्र तांबे, चांदी या पीतल का हो सकता है। नया पात्र न केवल पूजा की शुद्धता बढ़ाता है, बल्कि धार्मिक शास्त्रों में भी इसे ऊर्जा के शुद्ध प्रवाह का माध्यम बताया गया है। ऐसा कहा जाता है कि सावन में नए पात्र से शिव का अभिषेक करने पर विशेष फल प्राप्त होते हैं।

सावन से पहले बाजारों में खरीदारी का माहौल

जैसे ही सावन का महीना पास आता है, बाजारों में धार्मिक वस्तुओं की खरीदारी तेज हो जाती है। पूजा सामग्री, शिवling, रुद्राक्ष माला, डमरू, त्रिशूल, बेलपत्र और गंगाजल की बिक्री में खासा इजाफा देखा जाता है। लोग न केवल व्यक्तिगत पूजा के लिए बल्कि सामूहिक आयोजनों के लिए भी पहले से तैयारियां शुरू कर देते हैं। इस बार भी सावन से पहले मंदिरों और धार्मिक दुकानों पर भीड़ देखी जा रही है।

श्रद्धालुओं में दिख रही है अटूट श्रद्धा

इस बार सावन 2025 में श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा जा रहा है। सोशल मीडिया से लेकर ऑफलाइन मार्केट तक हर जगह भक्त भगवान शिव से जुड़े सामानों की खरीदारी में जुटे हैं। विशेष रूप से रुद्राक्ष और त्रिशूल की डिमांड ज्यादा देखी जा रही है। ज्योतिष विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार का सावन ग्रह-नक्षत्रों की दृष्टि से भी अत्यंत फलदायक रहने वाला है।

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