बिहार में चुनाव का बिगुल बज चुका है। चुनाव आयोग की जानकारी के अनुसार, राज्य की 243 विधानसभा सीटों के लिए 6 नवंबर और 11 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा। चुनाव के परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
तेघड़ा: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का बिगुल बज चुका है और राजनीतिक दल राज्य की 243 सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत करने में जुटे हैं। खासकर तेघड़ा विधानसभा सीट पर सभी पार्टियों की नजरें टिकी हुई हैं। इस सीट का चुनावी समीकरण और बीते चुनावों के नतीजे आगामी मतदान और परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं।
तेघड़ा बिहार विधानसभा के 243 निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है और इसे निर्वाचन क्षेत्र संख्या 143 के रूप में चिन्हित किया गया है। यह सीट अनुसूचित जाति (एससी) या अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित नहीं है। तेघड़ा विधानसभा सीट बेगुसराय लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। पिछले चुनावों में इस सीट पर राजनीतिक प्रतिस्पर्धा काफी तीव्र रही है। साल 2020 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के राम रतन सिंह ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी।
तेघड़ा का चुनावी समीकरण
2020 के विधानसभा चुनाव के आंकड़ों के अनुसार, तेघड़ा निर्वाचन क्षेत्र में कुल 2,85,190 मतदाता थे, जिनमें 1,51,747 पुरुष और 1,33,428 महिला मतदाता शामिल थे। इस क्षेत्र में 15 तृतीय लिंग मतदाता भी थे।
- डाक मतों की संख्या: 1,247
- सेवा मतदाता: 892 (865 पुरुष, 27 महिला)
- वैध वोटों की संख्या: 1,71,719
- मतदाता मतदान प्रतिशत: 60.21%
- अनुसूचित जाति वोटर: करीब 10%
- मुस्लिम वोटर: करीब 13%
ये आंकड़े दिखाते हैं कि तेघड़ा विधानसभा सीट पर जातीय और धार्मिक समीकरण भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। तेघड़ा विधानसभा सीट पर बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 6 नवंबर 2025 को वोटिंग होगी। पहले चरण में राज्य की कुल 121 सीटों पर मतदान होगा। चुनाव के परिणाम 14 नवंबर 2025 को घोषित किए जाएंगे।
बीते चुनाव का नतीजा
साल 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के राम रतन सिंह ने यह सीट अपने नाम की थी। उन्होंने 97,404 वोट प्राप्त किए और 48.74% वोट शेयर के साथ जीत हासिल की। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सतीश कुमार, को 59,230 वोट मिले थे।तीसरे स्थान पर लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के राकेश रौशन रहे, जिन्हें 24,947 वोट प्राप्त हुए। इस तरह 2020 के चुनाव में जीत का अंतर 47,979 वोट रहा।
- 2020: राम रतन सिंह (CPI)
- 2015: बीरेंद्र कुमार (राष्ट्रीय जनता दल - RJD)
- 2010: ललन कु (भाजपा)
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि तेघड़ा सीट पर पिछले कुछ दशकों में राजनीतिक बदलाव और पार्टी की पकड़ बदलती रही है। तेघड़ा विधानसभा सीट पर 2025 के चुनाव में CPI और भाजपा के बीच मुख्य प्रतिस्पर्धा देखने को मिल सकती है। इसके अलावा RJD और एलजेपी जैसे दल भी निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं, खासकर जब वोट प्रतिशत और जातीय समीकरण निर्णायक होते हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि तेघड़ा सीट पर राम रतन सिंह की लोकप्रियता, भाजपा की स्थानीय रणनीति और RJD/एलजेपी के वोटर बैंक इस चुनाव के नतीजे को तय करेंगे।